पुणे/दि.18– नैसर्गिक मौसमी हवाओं(मानसून) को तैयार होने के लिए मौसम के लिए आवश्यक घटक पूरक है. जिसके कारण इस बार मानसून की प्रगती तेजी से शुरू रहने से निचले कोकण में 6 जून को हाजरी लगा सकता है! ऐसा अनुमान मौसम विभाग व्दारा लगाया जा रहा है.
मानसून रविवार 19 को दक्षिणी अंदमान के समुंद्र तट दाखिल होने की आशंका भारतीय मौसम विभाग ने पूर्व में दर्शायी थी. मानसून के देश में के महाव्दार माने जाने वाले केरल में 31 मई को दाखिल होने की बात विभाग व्दारा कही गयी है. जिसके कारण अब राज्य में मानसून कब बरसेगा? उसकी उत्सुकता बढ गयी है. इस पार्श्वभूमी पर विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी.
अंदमान व केरल में मानसून कब पहुंचेगा. इसका अंदाज मौसम विभाग की ओर से दिया जाता है. मगर राज्य में यह कब पहुंचेगा, इसका अंदाजा विभाग जाहिर नहीं करता. मानसून की उत्तर की ओर होेने वाले प्रगती लगभग तारीख ठहरी हुई है. जिसके अनुसार गोवा में पांच जून को दाखिल होकर उत्तर की ओर यह बढने के बाद और छह जून को तलहटी कोकण में राज्य में पहले सलामी देता है. उसके बाद पूर्ववर्ती यात्रा सात जून तक पूरी करता है. इस बार मानसून दाखिल होते समय किसी तरह के चक्री बादल बंगाल के उपसागर में या अरब सागर में समुद्र का निर्माण हुआ नहीं है. जिसके कारण मानसून की यात्रा की शुरूआत किसी भी अचडन के बगैर शुरू हो गई है. जिसमें मानसून की लगभग प्रमाण यात्रा होगी. ऐसी भी अपेक्षा अधिकारियों ने व्यक्त की है.
सांख्यिकी प्रारुप का इस्तेमाल
2005 से मानसून केरल में दाखिल होने की तारीख भारतीय मौसम विभाग घोषित करता है. इसके लिए सांख्यिकी पध्दती का प्रारुप देश में विकसित किया जाता है. इस आधार पर चार दिन आगे-पीछे मानसून केरल में दाखिल होगा. ऐसे नमूद किया जाता है.