महाराष्ट्र

12 जिले में बेड संख्या से ज्यादा दाखल मरीज

दो लहरों के बीच का समय गया बेकार, इस कारण यह स्थिति

  • जिलों में उपलब्ध बेड से दाखल मरीजों की संख्या ज्यादा है.

मुंंबई/दि.२४ – कोरोना की पहली व दूसरी लहर के बीच महाराष्ट्र की स्वास्थ्य यंत्रणा पूरी तरह से निंद में थी और नई ताकद से लौटे हुए कोरोना ने महाराष्ट्र को निंद में ही अपनी आगोश में कर लिया. बीच के समय में यंत्रणा सुस्त हो गई थी, उसे सतर्क नहीं किया गया, परिणाम स्वरुप महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्र में प्रवेश कर चुके कोरोना ने स्वास्थ्य यंत्रणा की धज्जियां उडाई है. अनेक जिलों में वेंटीलेटर, ऑक्सिजन, आईसीयू और आईसोलेशन बेड की संख्या की तुलना में दाखल मरीजों की संख्या 190 से 200 प्रतिशत पर पहुुंची हैं.
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग व्दारा दिये गए आंकडों के अनुसार 6 जिले में वेंटीलेटर्स और ऑक्सिजन बेड की आवश्यकता 100 प्रतिशत पर पहुंची है तथा 9 जिले में आईसीयू बेड की जरुरत और 12 जिले में आईसोलेशन बेड की जरुरत भी 100 प्रतिशत से ज्यादा है. इसी का अर्थ इन सभी प्रकार के बेड की संख्या की तुलना में ज्यादा मरीज वहां दाखल हो रहे है. मराठवाडा में हिंगोली का चित्र गंभीर है. वहां आईसीयू बेड की संख्या है 55 और इस बेड के लिए मरीज आये है 121 इसके इलावा 30 वेंटीलेटर्स के लिए 38 मरीज खडे है. इसी हिंगोली में वेंटीलेटर की मांग भी 126 प्रतिशत पर पहुंची है. इसके साथ साथ सोलापुर 102 प्रतिशत और औरंगाबाद 103 प्रतिशत, इस तरह वेंटीलेटर की मांग का प्रमाण है. सोलापुर के जिला शल्यचिकित्सक डॉ.प्रदीप बेले व्दारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले के सभी 243 वेंटीलेटर बेड फुल हुए हैं. कोरोना का फैलाव इतना जबर्दस्त गतिमान है कि नये सिरे से की गई सुविधा भी तत्काल कम पड रही है. भंडारा के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.शेखर नाईक ने कहा कि हमारे पास क्षमता से 400 मरीज ज्यादा है. मरीजों को दाखल नहीं किया गया तो भीड आग पर आती है. हिंगोली में एक रुम अथवा एक बेड दो-दो मरीज शेअर करने तैयार हो रहे है. हमने विरोध किया तो 2 से 3 मरीज एक रुम में दाखल होने का आग्रह करते है, ऐसा जिला अस्पताल में कोेरोना ड्युटी पर रहने वाले डॉ.मनीष बागडिया ने कहा है. चंद्रपुर में स्थिति इतनी गंभीर है कि अब ग्रामीण क्षेत्र में कोविड सेंटर खोलना शुरु हुआ हे. आमतौर पर बडे कोविड सेंटर में ही ऑक्सिजन की आपूर्ति की जाती है. वह हम इसी ग्रामीण क्षेत्र के केअर सेंटर को कर रहे है, ऐसा डॉ.राज गहलोत ने बताया. ग्रामीण क्षेत्र के इन केंद्रों पर परिचारिका व स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों की मदत ली जा रही है.

  • महाराष्ट्र की कुल बेड क्षमता

आईसोलेशन बेड्स
399530
ऑक्सिजन बेड्स
72869
आईसीयू बेड्स
24986
वेंटीलेटर्स
10629

  • 18 अप्रैल की स्थिति

सक्रीय मरीज : 670388
दाखल मरीज : 246199
अलक्षण अथवा सौम्य लक्षण
188763
गंभीर- 57356
आईसीयू – 19471
बाहर ऑक्सिजन पर रहने वाले मरीजों की संख्या
37885
दाखल मरीज क्षमता
वेंटीलेटर्स बेड्स
आईसीयू बेड्स
ऑक्सिजन बेड्स
आईसोलेशन बेड्स

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