-
बारिश में संक्रामक रोग बढने का खतरा
मुंबई/ दि. 21 – कोरोना अभी भी पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं आया है. उसी में अब मलेरिया, डेंग्यू के मरीजों ने सिर उठा लिया है. जमा होने वाले पानी के डबके, कचरा, अस्वच्छता के चलते डेंग्यू के बीमारी की संभावना बढ चुकी है. राज्य में फिलहाल डेंग्यू के 1 हजार से ज्यादा मरीज है. पिछले 4 महिने में 5 मरीजों की मौत हो चुकी हैं. मुंबई में डेंग्यू के 57 मरीज पाये गए है. पुणे में 36 मरीज हैं और हजार से ज्यादा संदिग्ध हैं. विदर्भ में डेंग्यू के 368 मरीज पाये गए. जबकि तीन मरीजों की मौत हो चुकी हैं.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, डेंग्यू के सर्वाधिक मरीजों की संख्या अमरावती जिले में हैैं. जहां डेंग्यू के 250 मरीज पाये गए हैं. उसके बाद यवतमाल में 67, वर्धा में 49, चंद्रपुर में 22, बुलढाणा में 7 और भंडारा में 4 मरीज डेंग्यू के पाये गए हैं. मराठवाडा में डेंग्यू के 110 मरीज पिछले कुछ महिनों में पाये गए हैं. इसमें सर्वाधिक 68 मरीज नांदेड जिले में है. उस्मानाबाद जिले में 21, औरंगाबाद जिले में 13, परभणी जिले में 4 और बीड व लातूर जिले में प्रति 2 मरीज पाये गए हेैं. कोल्हापुर जिले में 124, सांगली में 12 तथा सातारा में 92 डेंग्यू मरीजों की नोंद हुई हैं. रत्नागिरी में 2 तथा सिंधुदुर्ग में 69 मरीजों की नोंद हुई है. ठाणे में 17 मरीजों की नोंद हुई हैं. जिसमें 2 की मौत हुई है. नाशिक में डेंग्यू के साथ साथ चिकनगुनिया के भी 117 मरीज पाये गए. जलगांव जिले में पिछले 2 दिनों में डेंग्यू से 3 मरीज पाये गए हैं. यह तीनों बालक है.
-
ऐसा होता है प्रसार
डेंग्यू एक विषाणूजन्य बीमारी है. एडीस इजिप्ती मच्छरों के संक्रमणात्मक काटने से वह प्रसारित किया जाता है. एक मच्छर के काटने के बाद 5-6 दिन के बाद मनुष्य को इस बीमारी का संक्रमण होता है. डेंग्यू बुखार यह एक तीव्र, फ्ल्यूू जैसी बीमारी है. जिससे मौत भी हो सकती है.
-
उपाय योजना
- सप्ताह में कम से कम एक दिन घर के पानी भरे हुए सभी बर्तन खाली करे.
- पानी जमा रहने वाले बर्तनों को योग्य पध्दति से ठिक तरह से ढाककर रखे.
- घर के आसपास की जगह स्वच्छ व सूखी रखे.
- घर के चहुओर और छतों पर इस्तेमाल में न आने वाले बेकार साहित्य न रखे.