महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में महिलाओं से दुष्कर्म और हत्या की सर्वाधिक वारदात

दूसरे क्रमांक पर मध्यप्रदेश, तीसरे पर उत्तर प्रदेश

मुंबई/दि.२ – मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने कहा है कि उत्तरप्रदेश के हाथरस जैसी घटनाएं महाराष्ट्र में बर्दाश्त नहीं की जायेगी. गृहमंत्री अनिल देशमुख भी इस मुद्दे पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साध रहे है. लेकिन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) द्वारा हाल ही मेंं जारी आंकडे कुछ अलग कहानी बयां कर रहे हैं.
पिछले साल महिलाओं के साथ दुष्कर्म इस सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में ही सामने आए है. राज्य में साल २०१९ में ४७ ऐसी वारदाते हुई है जब अपराधियों ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म के बाद उनकी जान ले ली. दूसरे नंबर पर मध्यप्रदेश है जहां पर पिछले साल ३७ महिलाओं की दुराचार के बाद हत्या की गई. उत्तरप्रदेश में भी दुष्कर्म के बाद पीडि़ता की हत्या के ३४ मामलों में ३५ पीडि़ताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी. इस लिहाज से उत्तरप्रदेश महिलाओं के दुराचार के बाद हत्या के मामले में तीसरा सबसे खराब रिकॉर्ड वाला राज्य है. महिलाओं के खिलाफ हुए कुछ अपराध के मामले में भी राज्य की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बाद महाराष्ट्र में ही सबसे ज्यादा महिलाएं अपराधियो का शिकार बनी है.

राज्य में पिछले साल ३७१४४ महिलाएं अपराधियों का शिकार बनी है. जबकि साल २०१७ में यह आंकडा ३५४९७ और २०१७ में ३१९७९ था. साल २०१९में देश के कुल २९ राज्यों और ७ केन्द्र शासित प्रदेशों में यह ४ लाख ५ हजार ८६४ महिलाएं अपराधियों का शिकार बनी. इसमें सबसे ज्यादा ५९८५३ मामले उत्तरप्रदेश में दर्ज हुए जबकि राजस्थान दूसरे नंबर पर रहा जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध के ४१५५० मामले सामने आए. देशभर में दर्ज हुए कुल अपराधों के मामले में भी ५ लाख ९ हजार ४३३ मामलों के साथ महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर रहा.

महिलाओं के सबसे असुरक्षित राज्य               राज्य दर्ज मामले
उत्तरप्रदेश                                                           ५९८५३
राजस्थान                                                          ४१५५०
महाराष्ट्र                                                             ३७१४४

Related Articles

Back to top button