यवतमाल/दि.24-मुख्यमंत्री एकनाथ ने स्पष्ट किया था कि सांसद भावना गवली नाराज नहीं हैं लेकिन प्रचार अभियान में सक्रिय रहेंगी. यवतमाल में शिंदे का रुख साफ है. बैठकों और प्रचार को छोडकर, गवली शिवसेना उम्मीदवार के प्रचार में ज्यादा दिखाई नहीं दी. इसलिए यह चर्चा तेज हो गई है कि उनकी नाराजगी कायम है.पांच चुनाव जीतने के बाद भी पार्टी ने उम्मीदवारी नहीं देने से सांसद गवली नाराज है. सीएम शिंदे की मौजूदगी में यवतमाल के समता मैदान में सभा चल रही थी तो गवली अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से चर्चा कर रही थे. बाद में वह वाशिम चली गई. बीस दिन बाद भी वे वापस नहीं लौटी. दो दिन पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने राजश्री पाटिल के लिए प्रचार किया था. गवली इस सभा में आने की उम्मीद उम्मीद कार्यकर्ताओं को थी. किंतु वह सभा में नहीं आईं. बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि भारी विरोध के कारण उन्हें नामांकन नहीं मिला.
गवली की सक्रियता के आधार पर दोनों दलों के प्रत्याशियों द्वारा वोटों का गणित मिलान किया जा रहा है. चूंकि गवली आखिरी दिन तक प्रचार में सक्रिय नहीं थे, इसलिए इस मौके पर इस सवाल पर भी चर्चा हुई कि शिवसेना उस विशेष उम्मीदवार की कितनी मदद करेगी. खबर है कि उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिशें अभी भी जारी हैं.