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पुणे, नागपुर और औरंगाबाद में सड़कों पर उतरे हजारों छात्र
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कई जगह हुआ लाठीचार्ज
पुणे/दि.११ – राज्य सरकार ने 14 मार्च को आयोजित होने वाली महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग एमपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द कर दी है. जिसके बाद पुणे, नागपुर, औरंगाबाद और कोल्हापुर की सड़कों पर हजारों की संख्या में एमपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र उतर आये हैं. ये सभी परीक्षा को तुरंत करवाने की मांग कर रहे हैं. पुणे में छात्रों को पुलिस का लाठी चार्ज भी झेलना पड़ा है.
पुणे में कई हजार की संख्या में छात्र शहर के नवी पेठ इलाके में प्रोटेस्ट कर रहे हैं. प्रदर्शन अभी भी जारी है और इस दौरान कई बार लाठी चार्ज की स्थिति उत्पन्न हुई है. एमपीएससी एग्जाम की तैयारी करने वालों के लिए पुणे के बड़ा सेंटर हैं. यहां विदर्भ और मराठवाड़ा से आकर भारी संख्या में छात्र परीक्षा की तैयारी करते हैं. छात्रों के हंगामे को देखते हुए पुणे समेत पिंपरी चिंचवाड़ से भी भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया है.
छात्रों को मनाने के लिए पुलिस द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. भाजपा विधायक गोपीचंद पाडलकर भी छात्रों के समर्थन में सड़क पर उतर गए हैं. उन्होंने सड़क पर लेट कर पुणे में प्रोटेस्ट किया है. ऐसी ही स्थिति नागपुर और औरंगाबाद में भी देखने को मिली है. दोनों ही शहरों में मुख्य चौराहे पर हजारों छात्र जमा हो गए हैं. हालांकि, जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी छात्रों को मनाने का प्रयास लगातार कर रहे हैं.
राज्य सरकार ने 5वीं बार परीक्षा की तारीख को आगे धकेला है. एक आंकड़े के मुताबिक, पुणे में वर्तमान समय में एक लाख से ज्यादा छात्र रहकर एमपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. नाराज छात्रों का कहना है कि कोरोना के बढ़ते खतरे के बावजूद वे पिछले कई महीने से पुणे में फंसे हैं और लगातार उनका खर्च बढ़ रहा है. ऐसे में सरकार ने फिर एक बार परीक्षा की तारीख को आगे धकेल दिया है.