महाराष्ट्र

शहतूत रेशम को मिली कृषि फसल की मान्यता

मुंबई/दि.12 – प्रदेश सरकार ने शहतूत रेशम फसल को कृषि फसल के रुप में मान्यता दे दी है. अब सरकार की ओर से अन्य कृषि फसलों को दिया जाने वाला लाभ रेशम फसल के लिए भी लागू होगा. शासनादेश के मुताबिक राज्य में रेशम खेती पूरक उद्योग है. कम बारिश वाले इलाकों में भी रेशम का उत्पादन अच्छा होता है. राज्य में शहतूत और टसर (वन्य) दो प्रकार के रेशन का उत्पादन होता है. राज्य के 27 जिलों में शहतूत रेशम का उत्पादन किया जाता है. जबकि टसर रेशन का उत्पादन नागपुर विभाग के गडचिरोली, भंडारा, गोंदिया और चंद्रपुर में होता है.

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