महाराष्ट्र

मुंबई पुलिस ने इंस्पेक्टर सुनील माने को किया संस्पेंड

NIA ने एंटीलिया विस्फोटक प्रकरण में किया था गिरफ्तार

मुंबई/दि. 24 – मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने इंस्पैक्टर सुनील माने (Inspector Sunil Mane) को निलंबित कर दिया है. (NIA) ने उन्हें प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोट से भरी कार और उस कार के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में कल गिरफ्तार किया था. NIA ने कोर्ट में यह दावा किया है कि मनसुख हिरेन की हत्या के दिन जो उन्हें फोन करके बुलाया गया था वो फोन करने वाले शख्स निलंबित कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे नहीं बल्कि सुनील माने थे.
NIA ने कोर्ट में यह भी दावा किया है कि हत्या के वक्त सुनील माने घटनास्थल पर मौजूद थे. सुनील माने मुंबई के कांदिवली क्राइम ब्रांच की यूनिट 11 के पूर्व पुलिस अधिकारी हैं. वर्तमान में उन्हें सशस्त्र पुलिस दल में तबादला कर दिया गया है. पिछले महीने ATS की कालाचौकी इलाके की यूनिट ने सुनील माने से पूछताछ की थी. इसके बाद मनसुख हिरेन हत्या का मामला NIA को सौंप दिया गया. इसके बाद कल (शुक्रवार) सुनील माने को NIA ने गिरफ्तार किया. और आज इस गिरफ्तारी के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने सुनील माने को सस्पेंड कर दिया.

मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक से भरी कार के बारे में जाच चल ही रही थी कि उस कार के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या हो गई. मनसुख हिरेन की हत्या होने और उनकी डेड बॉडी मुंब्रा के रेतीबंदर इलाके से बरामद होने के बाद हिरेन की पत्नी ने मीडिया को बताया था कि उनके पति को कांदिवली क्राइम ब्रांच से फोन आया था. फोन में पूछताछ के लिए आने को कहा गया था. मनसुख हिरेन की हत्या की रात क्या हुआ था? इसका सबूत पुलिस के हाथ लग गया है. निलंबित पुलिस कान्स्टेबल विनायक शिंदे और बुकी नरेश गौड़ से पूछताछ में ATS के हाथ की सबूत लगे थे. इसके बाद ATS ने सचिन वाजे का लोकेशन ट्रेस किया और मोबाइल टॉवर और आईपी की भी जांच की. इसके अलावा अनेक गाड़ियों को भी फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया था. उन गाड़ियों की जांच से भी कई खुलासे हुए.
उस रात हिरेन की नाक में जबर्दस्ती क्लोरोफॉर्म सुंघाया गया था. इस वजह से हिरेन तुरंत बेहोश हो गए. सूत्रों के मुताबिक इसके बाद हिरेन की हत्या की गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक हत्या से पहले हिरेन के चेहरे पर जख्मों के निशान मौजूद थे. इसके अलावा उनके शरीर पर भी अलग-अलग जगहों पर जख्मों के निशान थे. हिरेन की हत्या निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे के सामने की गई थी. इसके बाद वाजे के सामने उनकी डेड बॉडी फेंकी गई थी. यानी सूत्रों के मुताबिक यह सब सचिन वाजे अपने सामने करवा रहा था. NIA का दावा है कि हत्या के वक्त सुनील माने भी वहां मौजूद थे और सचिन वाजे को सहयोग कर रहे थे. और सुनील माने ने ही हिरेन को कांदिवली से फोन करके बुलाया था.

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