* हत्यारों के साथ ही मुख्य मास्टर माइंड को गिरफ्तार करने की मांग की
नांदेड/दि.6– मेरे पति संजय बियाणी केवल बियाणी, मूंधडा व सोमाणी परिवार के ही आधारस्तंभ नहीं थे, बल्कि वे पूरे नांदेड शहर व जिले के लिए एक मजबूत सहारा थे. जिन्हें कल दो अज्ञात लोगों ने दिनदहाडे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. संजय बियाणी की हत्या बडे ही सुनियोजीत तरीके से की गई है. जिसके लिए बाकायदा हत्यारों को ‘सुपारी’ दी गई थी. ऐसे में गोली चलानेवाले उन दोनों हत्यारों के साथ-साथ उन्हें सुपारी देनेवाले मुख्य मास्टर माइंड को पुलिस द्वारा जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए. इस आशय की मांग मृतक संजय बियाणी की पत्नी द्वारा की गई है.
बता दें कि, गत रोज नांदेड शहर के ख्यातनाम बिल्डर संजय बियाणी पर सुबह 11 बजे ताबडतोब गोलीबारी करते हुए महज पांच सेकंड के भीतर उन पर 12 राउंड फायद किये गये थे. जिसमें से 4 गोलिया संजय बियाणी को लगी थी और बुरी तरह से घायल हो जाने के चलते संजय बियाणी की इलाज के दौरान मौत हुई. पश्चात आज बुधवार 6 अप्रैल की सुबह पोस्टमार्टम की प्रक्रिया निपटाने के बाद संजय बियाणी का शव उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया और जैसे ही बियाणी का शव उनके पैतृक आवास पर पहुंचा, वैसे ही बियाणी परिवार सहित वहां उपस्थित सभी लोगों के गुस्से व सब्र का बांध फूट पडा.
* क्या कर रही है पुलिस, कलेक्टर और सीपी कहां है?
अपने पति के पार्थिव को देखते ही संजय बियाणी की पत्नी की रूलाई फूट पडी और उन्होंने बुरी तरह तलपते हुए उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही पुलिस और प्रशासन पर भी सनसनीखेज आरोप लगाया. उनका कहना रहा कि, संजय बियाणी नांदेड शहर के बेहद प्रतिष्ठित व गणमान्य नागरिकों में से एक थे तथा अपने सामाजिक कामों के जरिये पुलिस एवं प्रशासन को हमेशा हर संभव सहायता भी उपलब्ध कराते थे. लेकिन आज उनकी हत्या हुए 24 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है. परंतू अब तक नांदेड के जिलाधीश एवं शहर पुलिस आयुक्त ने बियाणी परिवार के आवास पर भेंट नहीं दी है. यानी कुल मिलाकर पुलिस और प्रशासन द्वारा केवल अपनी कागजी खानापूर्ति को पूर्ण किया जा रहा है. लेकिन वे अपने पति को इन्साफ दिलाने के लिए दिल्ली व मुंबई तक लडाई लडते हुए संघर्ष करेगी.
* जमकर लगे ‘नांदेड पुलिस मुर्दाबाद’ के नारे
बियाणी परिवार के आवास पर आज बुधवार 6 अप्रैल की सुबह से संजय बियाणी के चाहनेवालों का तांता लगा हुआ था और जैसे ही संजय बियाणी का पार्थिव यहां लाया गया, तो सभी उपस्थितों की आंखे नम हो गई. चूंकि इस हत्याकांड को घटित हुए 24 घंटे बीत जाने के बावजूद हत्यारों एवं मुख्य सूत्रधार को कोई अता-पता नहीं चल पाया है. ऐसे में उपस्थितों में नांदेड पुलिस एवं प्रशासन को लेकर काफी नाराजगी देखी गई और यहां पर ‘नांदेड पुलिस मुर्दाबाद’ व ‘नांदेड पुलिस हाय-हाय’ के जमकर नारे लगे.