गढचिरोली प्रतिनिधि/दि.१७ – सत्ता बंदूक की नोक से हासिल की जाती है. माओवादियो के इस तत्व के अनुसार काम करने वाले नक्षलवादियों ने पिछले 30 सालो में पांच हजार आदिवासियों की हत्या की और दहशत निर्माण की. इतना ही नहीं राज्य के मंगेझरी, मुरमुरी और जांभुलखेडा के विविध स्थानों पर सुरंग लगाए जाने पर पुलिस जवान भी शहीद हुए. इस तरह की घिनौनी करतूत करने वाले नक्षलवादी मानवधिकार की बात किस मुंह से कर रहे है ऐसा सवाल विशेष पुलिस महानिक्षक कार्यालय के पुलिस अधिक्षक (जनसंपर्क) डॉ. निलाभ रोहन ने उपस्थित किया.
नक्षलवादियों की ओर से पुलिस के सी-60 पथकों के जवानों पर अप्रचार करने वाले पत्रक भी प्रकाशित किए गए. इस पार्श्वभूमि पर डॉ. रोहन ने व पत्रक मीडिया को भिजवाया जिसमें आदिवासी समाज की उन्नती के लिए पुलिस विभाग द्बारा किस तरह के प्रयत्न किए जा रहे है और नक्षलवादी किसी प्रकार से आदिवासियों के विकास में अडचन निर्माण कर रहे है इसकी जानकारी दी. भारतीय संविधान के आधार अनुसार स्थानीक आदिवासी नागरिकों को विकास के प्रवाह में लाने के लिए पेसा कानून पर अमल किया जा रहा है. किंतु ग्राम सभा से नक्षलवादी जबरन पैसा वसूल कर रहे है ऐसी जानकारी पत्रक में दी गई.
नक्षलवादियों की दहशत से आदिवासी नागरिकों को मुक्त करवाने के लिए व उन्हें सुरक्षा प्रदान किए जाने के लिए सी-60 पथक जवान प्रयास कर रहे है जिसमें इन जवानो से आदिवासी घबराए नहीं नक्षलवादियों द्बारा पुलिस जवानो के संदर्भ में जो अपप्रचार किया जा रहा है वह तत्थ्यहीन है ऐसा पत्रक द्धारा स्पष्ट किया गया. सभी आदिवासी नागरिक नक्षलवादियो का निषेध करें व सी-60 पथक के जवानों का उत्साह बढाए ऐसा आहवान भी डॉ. निलाभ रोहन ने किया.