महाराष्ट्र

एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती सहित 33 लोगों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट

मामला अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मादक पदार्थ का

मुंबई/दि.५ – नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मादक पदार्थ के मामले में शुक्रवार को मुंबई की एक विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया.
मादक पदार्थों के इस्तेमाल की रोकथाम से संबद्ध एनडीपीएस कानून के तहत गठित विशेष अदालत में दाखिल किए गए 11,700 से ज्यादा पृष्ठों के आरोप पत्र में जब्त किए गए मादक पदार्थ, जुटाए गए विभिन्न साक्ष्यों और अब तक हुई जांच के बारे में विस्तृत विवरण दिया गया है.
एनसीबी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. ये धाराएं कैनेबिस और साइकोट्रॉफिक पदार्थों के कथित इस्तेमाल, मनी लॉन्ड्रिंग, अपराधियों को शरण देने, आपराधिक साजिश आदि से जुड़ी हुई हैं.
आरोप पत्र में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक सहित 33 लोगों के नाम हैं. आरोप पत्र में 200 से अधिक गवाहों के बयान भी हैं. एनसीबी ने कहा है कि कुल आरोपियों में आठ न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि रिया और शौविक समेत बाकी लोगों को जमानत मिल चुकी है. जांच एजेंसी ने कहा है कि कई ज्ञात और अज्ञात लोगों के संबंध में जांच जारी है. पिछले साल जांच शुरू होने के बाद विभिन्न प्रकार की ड्रग्स, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और भारतीय तथा विदेशी मुद्रा जब्त की गई थी. एनसीबी ने कहा कि उपकरणों और मोबाइल फोन का विश्लेषण किया गया तथा मादक पदार्थ की खरीद-बिक्री, सेवन के संबंध में कई सबूत मिले हैं. छानबीन के दौरान जब्त किए गए मादक पदार्थ को रासायनिक जांच के लिए भेजा गया.
एनसीबी ने कहा कि छानबीन के दौरान एनडीपीएस कानून की धारा 20 (बी), 22, 23 के तहत चरस और गांजा सहित अन्य ड्रग्स बरामद किए गए. एनसीबी ने कहा कि आरोप पत्र में संलग्न कुछ परिशिष्ट को इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में जमा कराया गया है. आगे जांच में किसी नतीजे पर पहुंचने पर पूरक आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस आरोप पत्र के साथ 50,000 पेजों को डिजिटल प्रारूप में भी दाखिल किया गया है. इसमें आरोपियों के बीच की वॉट्सऐप चैट, उनके कॉल डेटा रिकॉर्ड, बैंक दस्तावेज और अन्य साक्ष्य शामिल हैं.
चार्जशीट की इन प्रतियों को अदालत से सत्यापित होने के बाद आरोपियों को दी जाएगी.
यह मामला (16/20) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा एनसीबी को मुहैया कराए गए वॉट्सऐप चैट के आधार पर पिछला मामला (15/20) दर्ज होने के बाद एनसीबी ने दर्ज किया था.
ईडी सुशांत सिंह राजपूत के पिता की शिकायत के आधार पर रिया और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही थी.
सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना के राजीव नगर थाना में अभिनेता की प्रेमिका और लिव इन पार्टनर रहीं अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ अभिनेता को खुदकुशी के लिए उकसाने और अन्य आरोपों में शिकायत दर्ज कराई थी.
सुशांत की मौत को लेकर उठ रहे सवालों के बीच बिहार सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने मामले की जांच बीते पांच अगस्त को सीबीआई को सौंप दी थी.
इसके बाद बीते 19 अगस्त 2020 को बिहार सरकार की अनुशंसा को सही ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिया था कि वे अभिनेता की मौत के मामले की जांच करें. अदालत ने महाराष्ट्र पुलिस से मामले में सहयोग करने को कहा था.
बता दें कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे. इस मामले की जांच के दौरान बॉलीवुड में ड्रग्स खरीदने और उसके इस्तेमाल का भी खुलासा हुआ था.
जांच के दौरान एनसीबी ने अभिनेत्री रिया के छोटे भाई शौविक चक्रवर्ती (24), सुशांत सिंह राजपूत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा (33) और अभिनेता के निजी स्टाफ सदस्य दीपेश सावंत को भी गिरफ्तार किया था.
इसके बाद एनसीबी ने मामले की जांच के दौरान आठ सितंबर 2020 को कई दिनों की पूछताछ के बाद अभिनेत्री और सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रह चुकीं रिया चक्रवर्ती को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार कर लिया था.
हालांकि, उन्हें सात अक्टूबर को जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
रिया ने कई समाचार चैनलों को दिए साक्षात्कार में कहा था कि उन्होंने खुद कभी मादक पदार्थ का सेवन नहीं किया है. हालांकि उन्होंने दावा किया था कि सुशांत सिंह राजपूत इसका सेवन करते थे.
एनसीबी का दावा था कि कथित ड्रग पेडलर्स की गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिया चक्रवर्ती से उनके जुड़ाव का लिंक मिला था. एनसीबी ने कहा था कि चक्रवर्ती, राजपूत का रसोइया दीपेश सावंत और उनके मैनेजर सैमुअल मिरांडा ने सुशांत के कहने पर उनके लिए ड्रग्स खरीदे थे.

एनसीबी ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से अनुज केशवानी के पास से व्यावसायिक मात्रा में निषिद्ध सामान जब्त किया था.
इस मामले में अन्य गिरफ्तार किए गए लोगों में दो छात्राएं, अभिनेता अर्जुन रामपाल की पार्टनर के भाई एगिसिलोस डेमेट्रियडस सहित दो विदेशी नागरिक, करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शन से संबंधित धर्माटिक एंटरटेनमेंट के एग्जिक्यूटिव प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद शामिल हैं.
एनसीबी ने 20 से अधिक आरोपियों के बयान भी दर्ज किए हैं, जिससे इस मामले में और गिरफ्तारियां हुईं और उनके बीच कथित जुड़ाव का पता लगा कि वे गैरकानूनी रूप से ड्रग्स की तस्करी का हिस्सा थे.
सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2020 के अपने फैसले में कहा था कि ये किसी को भी आरोपी या दोषी ठहराने का एकमात्र आधार नहीं हो सकते.
अदालत ने कहा था कि एनसीबी अधिकारियों के समक्ष इस तरह के बयानों को इकबालिया बयान नहीं माना जा सकता और सबूत के तौर पर स्वीकार्य नहीं किया जा सकता.
एनसीबी ने हालांकि कहा कि आरोपी के खिलाफ अन्य आपराधिक सबूत हैं.

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