महाराष्ट्र

ऑपरेशन में लापरवाहीः मेडिकल डीन सहिगत 11 डॉक्टरों पर मामला दर्ज

शिकायत के बाद भी पुलिस ने किया टालमटोल

नागपुर/दि.9– ऑपरेशन के दौरान लापरवाही बरतने के चलते एक महिला मरीज की मौत होने की घटना प्रकरण में अजनी पुलिस ने बुधवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिष्ठता राज गजभिये सहित 11 डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक ही समय पर सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय के डीन सहित 11 डॉक्टरों के खिलाफ अपराध दर्ज होने से मेडिकल प्रशासन में खलबली मच गई है.
डॉ. भूपेश तिरपूडे (शिवाजी नगर, डॉ. हेमंत भनारकर, डॉ. वासुदेव बारसागडे (भगवान नगर), डॉ. अपूर्वा आनंद, डॉ. सुष्मिता सुमेर, डॉ. विक्रांंत अकुलवार ( हिंदुस्थान कॉलोनी, वर्धा रोड), डॉ. गायत्री देशपांडे, डॉ. गिरीश कोडापे, डॉ. विधेय तिरपुडे व डॉ. गणेश खरकाटे (टेलीफोन नगर) ऐसे अपराध दर्ज होने वाले अन्य डॉक्टरों का नाम है. केवलराम पांडुरंग पटोले (64, विठ्ठलनगर, हुडकेश्वर) ने दी शिकायत पर यह अपराध दर्ज किया गया. केवलराम यह जिला न्यायालय में निवृत्त अधीक्षक है. 2019 मे गजभिये यह शस्त्रक्रिया विभाग के प्रमुख थे. अभी वे डीन है. पुलिस व्दारा दी गई जानकारी के अनुसार केवलराम की पत्नी पुष्पा के गर्दन के सामने गाठ पड गई थी.

जिसके कारण 2 जुलाई 2019 को पुष्पा को उपचार के लिए मेडिकल में लाया गया. डॉ. गजभिये ने पुष्पा की जांच की. जांच के बाद डॉ. गजभिये ने केवलराम को पुष्पा के ऑपरेशन की सलाह दी. जिसके बाद 5 जुलाई की सुबह पुष्पा को मेडिकल के पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया. दूसरे दिन सुबह 8 बजे पुष्पा को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थियेटर में लाया गया. सुबह 11 बजे डॉ. गजभिये भी ऑपरेशन थियेटर में गए. दोपहर 2 बजे पुष्पा को ओटी से बाहर निकाला गया. इस समय केवलराम व उनकी बेटी ओटी के बाहर आए दो डॉक्टरों से मिले. पुष्पा किसी तरह की हलचल नहीं कर रही थी. उसकी आंखो पर कपास लगाया हुआ था. जिसके बाद डॉ. गजभिये ने केवलराम को केबिन में बुलाकर पुष्पा की हालत चिंताजनक रहने की बात कही. पुष्पा को अतिदक्षता विभाव में भर्ती कराया गया. 8 जुलाई की रात9.45 बजे पुष्पा को मृत घोषित कर दिया गया. डॉ. गजभिये ने मेडिकल के कागजों पर केवलराम के हस्ताक्षर भी करा लिया. हृदयविकार के झटके से मौत होने की बात केवलराम को बताई गई.

न्यायालय की ओर दौड
पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई न करने के चलते केवलराम ने मार्च 2024 में न्यायालय में अर्ज दाखिल की. इस प्रकरण पर न्यायालय में सुनवाई हुई. न्यायालय व्दारा डॉ. राज गजभिये सहित 11 डॉक्टरों के विरुध्द अपराध दर्ज करने के निर्देश अजनी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने 11 डॉक्टरों के विरुध्द अपराध दर्ज किया.

जांच समिती की रिपोर्ट
केवलराम ने 30 जून 2020 को डॉ. गजभिये व अन्य डॉक्टरों के विरुध्द अजनी पुलिस में शिकायत दी. जिसके बाद मेडिकल में पुष्पा की मृत्यू प्रकरण की जांच के लिए पांच तज्ञों डॉक्टरों की समिती स्थापित की गई थी. इस जांच समिती ने भी पुष्पा की मृत्यू हृदयविकार के झटके से होने की रिपोर्ट दी थी. इस रिपोर्ट को केवलराम ने चुनौती देते हुए दिसंबर 2020 में तत्कालीन वैद्यकीय शिक्षण मंत्रालय में शिकायत दी. दोबारा जांच समिती स्थापित की गयी. 15 दिसंबर को समिती के शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत कर अस्पताल में जवाबदारी में लापरवाही होने की रिपोर्ट दी. जिसके बाद केवलराम ने दोबारा अजनी पुलिस थाने व तत्कालीन पुलिस आयुक्त के पास डॉ. गजभिये व उनके सहयोगी डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दी.

 

 

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