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मास्क मुक्ति से संबंधित खबरें हैं झूठी

डेप्यूटी सीएम अजीत पवार ने किया खुलासा

* बोले : मंत्रिमंडल की बैठक में मास्क को लेकर नहीं हुई कोई चर्चा
पुणे/दि.29– राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य को मास्क मुक्त करने के संदर्भ में चर्चा हुई. जिसके चलते अब महाराष्ट्र जल्द ही मास्क मुक्त हो जायेगा, इस आशय की चर्चाएं इन दिनों बडे जोर-शोर के साथ चल रही है. जिन्हें राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अफवाह और फर्जी खबर बताते हुए कहा कि, मंत्रिमंडल की बैठक में मास्क को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई. ऐसे में कोई निर्णय लेने का सवाल ही नहीं उठता. अत: ये सब बेसिरपैर की बातेें है, बल्कि मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे सहित हम सभी लोग मास्क की अनिवार्यता को कायम रखने के पक्ष में है. क्योेंकि दुनिया के कई देशों में मास्क की अनिवार्यता को हटाने के बाद ही कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या बढी. ऐसे में राज्य सरकार मास्क के प्रयोग को लेकर सख्ती को कायम ही रखेगी.
आज पुणे जिले के दौरे पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पुणे में कोविड संबंधी हालात की समीक्षा भी की. जिसके बाद एक पत्रकार परिषद में उन्होंने उपरोक्त जानकारी दी. साथ ही उन्होंने कहा कि, विगत दो दिनों से पुणे में कोविड संक्रमण की रफ्तार कुछ कम हुई है. वहीं अब पुणे के शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण का कार्य जबर्दस्त ढंग से किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, आगामी 1 फरवरी से पुणे में शालाओं को शुरू किया जायेगा. जिसके तहत पहले सप्ताह के दौरान 1 ली से 8 वी की शालाओं को हाफ डे यानी आधा समय खुला रखा जायेगा. पश्चात हालात की समीक्षा करते हुए अगला निर्णय लिया जायेगा. हालांकि इस दौरान विद्यार्थियों पर शालाओें में उपस्थित रहने को लेकर कोई जबर्दस्ती नहीं की जायेगी और बच्चों को स्कुल में भेजने का फैसला उनके अभिभावकों पर छोडा जायेगा.

* वाईन व शराब में है फर्क
इस समय राज्य सरकार द्वारा सुपर मार्केट व मॉल में वाईन की बिक्री को अनुमति दिये जाने के फैसले को लेकर राज्य में मचे हंगामे के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि, ऐसे लोगों को वाईन और दारू के बीच फर्क ही नहीं पता. वाईन को अंगूर और काजू सहित कई फलों के जरिये तैयार किया जाता है. साथ ही वाईन पीनेवालों का प्रमाण भी बेहद कम है. हमारे यहां जितनी वाईन तैयार होती है, उसकी तुलना में वाईन की खपत बेहद कम है. ऐसे में हमें अन्य राज्यों व विदेशों में वाईन निर्यात करनी पडती है. दुनिया के कई देशों में तो पानी की बजाय वाईन ही पी जाती है. ऐसे में राज्य सरकार ने कुछ नियमों व शर्तों के तहत सुपर मार्केट व मॉल में वाईन की बिक्री को अनुमति देने का निर्णय लिया है. जिसे लेकर अगली कैबिनेट में नियम तैयार किये जायेंगे. किंतु कई लोगों ने राज्य सरकार को बदनाम करने का प्रयास शुरू किया है. जबकि ऐसे लोग इस बात को भूल जाते है कि, पडोसी राज्य मध्यप्रदेश में शराब की घर पहुंच बिक्री हो रही है. कम से कम महाराष्ट्र में सरकार द्वारा शराब बिक्री को प्रोत्साहित नहीं किया जा रहा, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद रहनेवाली वाईन की बिक्री को बढाने पर विचार किया जा रहा है.

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