हिं.स./दि.२७
मुंबई – लॉकडाउन के दरमियान ग्राहकों द्वारा भुगतान किए गए औसत बिजली बिल की रकम जून अथवा जुलाई माह में आए बिजली बिल की रकम में से कटौती करने को लेकर महाराष्ट्र बिजली नियामक आयोग ने आदेश दिए है. लेकिन इस आदेश को अमल वितरण कंपनियों ने अलग-अलग तरीके से किया है. एक तरफ बेस्ट व अदानी कंपनी द्वारा ग्राहकों द्वारा भरे गए बिल के यूनिट में कटौती कर दी है. वहीं महावितरण अलग-अलग प्रक्रिया अमल में लाकर लॉकडाउन में भरे गए बिजली बिल की रकम कटौती कर रही है. यहां बता दे कि, कोरोना महामारी के चलते घोषित किए गए लॉकडान की घडी में ग्राहकों के मीटर रिडिंग लेना बंद कर दिया गया था. इसलिए बिजली बिल कंपनियों ने तीन माह का औसतन बिजली बिल भेज दिया है. अधिकांश ग्राहकों ने बिजली बिल का भुगतान भी किया इसके बाद जून माह में प्रत्यक्ष रिडिंग द्वारा बिल भेजे गए है. तीन माह बाद ग्राहकों को अव्वा सव्वा बिल आए है. जून व कुछ ग्राहकों को लेकर जुलाई में भेजे गए बिल का औसत की रकम का समायोजन किया गया. लेकिन महावितरण की ओर से भरे गए कुल रकम का समायोजन करने से ग्राहकों को उसका लाभ नहीं मिल पाया है. एक बिल में ग्राहकों को मार्च के आखिरी रिडिंग व जुलाई माह के रिडिंग के दरमियान व प्रत्यक्ष बिजली उपयोग १४८९ यूनिट आया है. ग्राहक को तीन बार २०९ यूनिट का बिल लॉकडाउन के दौरान दिया गया था. जिसका भुगतान भी ग्राहक ने किया हे. औसत बिल को देखते हुए ग्राहक ने ५४४९ रुपयों का भुगतान किया. परंतु महावितरण ने जुलाई की रिडिंग के बाद आने वाले बिल में ग्राहक को ५४४९ में से केवल ५ हजार १०३ रुपए काटकर दिए. इसी तरह उक्त ग्राहक को ९ हजार १९० रुपए का बिल भेजा गया. लेकिन उसकी बजाय ग्राहक को १४८९ यूनिट का भुृगतान करने पर ६२७ यूनिट की कटौती मिली है. जिसके चलते उस ग्राहक को ८हजार ७०० रुपए का बिल आया है. वहीं यहां बता दे कि, अदानी इलेक्ट्रिसीटी मुंबई लीमेटेड अर्थात एईएमएल ने ग्राहकों को बिल भरने पर यूनिट में कटौती दी है. एईएमएल ने ग्राहकों को लॉकडाउन के दरमियान बिल भरने पर यूनिट की कटौती कराकर दी है. एईएमएल ने एक ग्राहक को लॉकडाउन के दरमियान ३८५ यूनिट का औसत बिल दिया था. मीटर रिडिंग के बाद प्रत्यक्ष बिजली का उपयोग १२१४ यूनिट था. कंपनी ने सीधे ३८५ यूनिट काटकर ८२९ यूनिट का बिल भेजा जिसके चलते भुगतान की गई रकम के आस-पास पूरी काटी गई रकम ग्राहक को मिली है. दक्षिण मुंबई में बिजली आपूर्ति कराने वाली बेस्ट ने भी ग्राहकों को यूनिट काटकर बिल भेजे है. प्रत्यक्ष रिडिंग के अनुसार आए यूनिट को अंदाजन यूनिट से काटकर जुलाई में प्रत्यक्ष तौर पर बिजली का उपयोग किए जाने के यूनिट मिलाकर बिल भेजे जा रहे है.