मुंबई/दि.11- मौसम का पारा तेजी से बढने से बिजली की डिमांड भी बढ रही है. मंगलवार को राज्य में कुल 26 हजार 700 मेगा वैट बिजली की मांग दर्ज हुई. उसी हिसाब से बिजली वितरण का नियोजन महावितरण ने किया. जिससे लोडशेडिंग करने की नौबत नहीं आई. विगत 19 दिनों से कहीं पर भी लोडशेडिंग नहीं किया गया. यह दावा भी महावितरण कंपनी द्बारा किया जा रहा है.
अप्रैल में बिजली की डिमांड 24 हजार 500 मेगा वैट पर गई थी. उस तुलना में बिजली की आपूर्ति नहीं रहने से 8 से 10 दिन तक लोडशेडिंग की स्थिति बनी थी. लेकिन महावितरण ने सुक्ष्म नियोजन के बल पर 21 अप्रैल से लोडशेडिंग टालने में सफलता पायी है. यहीं वजह है कि, विगत 19 दिनों में कहीं पर भी लोडशेडिंग नहीं किया गया. कृषि पंपों को भी चक्राकार पद्धति से दिन व रात में 8 घंटे की बिजली आपूर्ति की जा रही है.
* कौनसे प्रकल्प में कितनी बिजली का उत्पादन
महानिर्मिति के औष्णिक प्रकल्प में 7 हजार 300 मेगा वैट बिजली का उत्पादन हो रहा है. उसी प्रकार गैस प्रकल्प में 250 मेगा वैट, अदानी प्रकल्प में 2 हजार 388 मेेगा वैट, रतन इंडिया प्रकल्प में 1 हजार 200 मेगा वैट, सौर व अन्य अपारंपारिक उर्जा प्रकल्पों मेें 5 हजार 45 मेगा वैट बिजली का उत्पादन हो रहा है. शेष बिजली की डिमांड पूर्ण करने के लिए कोयना जलप्रकल्प व खुले बाजार से भी बिजली खरीदी गई.