महाराष्ट्र

कोई किसी भी चिन्ह पर चुनाव लडे, कोई महत्व नहीं

शालेय शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के बयान पर राजनीति गरमाई

मुंबई/दि.11– राज्य के शालेय शिक्षा मंत्री एवं शिवसेना शिंदे गुट के नेता दीपक केसरकर व्दारा तीनों दलों में कोई किसी के भी चुनाव चिन्ह पर चुनाव लडे, इसका कोई महत्व न रहने का वक्तव्य किए जाने से महाराष्ट्र राजनीति गरमा गई है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाना है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि यदि सुप्रीम कोर्ट से शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष्य बाण पर कोई फैसला नहीं हुआ तो शिंदे गुट के सभी विधायक भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड सकते हैं.
दीपक केसरकर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य में तीनों दलों की सरकार आपसी समन्वय के तहत चल रही है. आगामी चुनाव को लेकर केसरकर से गठबंधन में चुनाव लडने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिवसेना का मामला अदालत में चल रहा है. हमें कोई भी चुनाव चिन्ह मिलने का प्रश्न नहीं उठता है. कोई किसे के भी चुनाव चिन्ह पर चुनाव लडे इसका कोई महत्व नहीं है. हमारे तीनों दलों के यही प्रयास होंगे, कि जो भी चुनाव लडेगा उसे जीत दिलाना ही होगा.

* दोनों डीसीएम की बंद कमरे में चर्चा
मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व अजीत पवार ने करीबन 20 मिनट तक बंद कमरे में चर्चा की. सूत्रों का कहना है कि फडणवीस और अजीत पवार की मुलाकात ने राकांपा के बाकी बचे मंत्रियों के पालकमंत्री को लेकर चर्चा हुई. चर्चा यह भी है कि कुछ दिनों में शिंदे सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. इसके अलावा तीनों ही दलों के नेताओं की नाराजगी को दूर करने के लिए उन्हें महामंडलों के जरिए समायोजित किया जा सकता ह

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