शुभांगी आत्महत्या प्रकरण में फरार मामा-भांजे का सुराग नहीं
गिरफ्तार पति दो दिन के रिमांड पर

अमरावती /दि.27– सीएचओ शुभांगी तायवाडे नामक विवाहिता के आत्महत्या प्रकरण में फरार मामा-भांजे का मोबाइल बंद है और वह अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. शुभांगी के पति नीलेश तायवाडे को सोमवार को स्थानीय न्यायालय में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है. जबकि गिरफ्तार दोनों महिलाएं न्यायिक हिरासत में जेल रवाना की गई है.
तपोवन परिसर के जय भोले कालोनी निवासी सीएचओ शुभांगी तायवाडे (35) ने ससुराल के अत्याचारों से त्रस्त होकर आत्महत्या कर ली थी. रविवार 25 मई को सुबह 9 बजे के दौरान वह फांसी पर लटकी अवस्था में पति नीलेश तायवाडे को दिखाई दी थी. घटना की जानकारी मिलते ही गाडगे नगर के थानेदार ब्रह्म गिरी ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरु की थी. दोपहर में मृतक के पिता राजेंद्र तुरकाने की शिकायत पर पुलिस ने शुभांगी के पति नीलेश, जेठ नितिन तायवाडे, भांजे नयन रामटेके और दो महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था. रविवार को दोपहर में शुभांगी की अंत्येष्टि की गई. शुभांगी की दोनों मासूम बेटी तायवाडे परिवार के पास ही थी. पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.
* पहला फोन भाई को
शुभांगी तायवाडे द्वारा फांसी लेकर आत्महत्या किये जाने की जानकारी नीलेश ने सर्वप्रथम अपने बडे भाई नितिन तायवाडे को दी थी. अपने खिलाफ मामला दर्ज होने का पता चलते ही नितिन मोबाइल स्वीच ऑफ कर फरार हो गया. वह चंद्रपुर जिले के नागभिड में फायनांस क्षेत्र में काम करता है. जबकि नयन रामटेके की एक मेडिकल कॉलेज में तलाश की गई. लेकिन उसका पता नहीं चला.