महाराष्ट्र

अनावश्यक भीड टालने हेतु पंडाल में दर्शन पर पाबंदी

गणेश उत्सव को लेकर प्रशासन व्दारा आदेश जारी

मुंबई/ दि.९ – कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए गणेश पंडालों में गणेश उत्सव के दौरान भाविकों के दर्शन पर पाबंदी लगा दी गई है. प्रशासन व्दारा अनावश्यक भीड टालने हेतु बुधवार को दिशा निर्देश जारी किए गए है. जिसमें गृह विभाग व्दारा कहा गया है कि सार्वजनिक गणेश उत्सव मंडल के पंडालों में जाकर गणेश भक्तों को दर्शन नहीं करने दिया जाएगा इतना ही नहीं भाविकों को गणपति बप्पा के मुख दर्शन भी नहीं करने दिए जाएंगे. गणेश मंडलों को अपने-अपने पंडालों का लाइव प्रसारण करना होगा. ऐसे आदेश जारी किए गए है जिसकी वजह से भाविकों को प्रत्यक्ष दर्शन करते नहीं आएंगे.
गणपति बप्पा के आगमन पर व विर्सजन के अवसर पर शोभा यात्रा पर भी पाबंदी लगायी गई है. जिसमें प्रशासन व्दारा स्पष्ट कहा गया है कि कोई भी गणेश मंडल बप्पा के आगमन व विसर्जन पर शोभा यात्रा न निकाले. भाविकों को बाप्पा के दर्शन ऑनलाइन अथवा इलेक्ट्रिानिक माध्यम से करवाए ऐसे आदेश गृह विभाग व्दारा दिए गए. सभी सार्वजनिक मंडलों को महानगरपालिका, स्थानीक प्रशासन की अनुमति लेना आवश्यक है. गणेश उत्सव के लिए मर्यादित पंडाल बनाया जाए. सार्वजनिक अथवा घरेलु गणेश उत्सव की सजावट सादगी के साथ ही की जाए ऐसा भी कहा गया.

  • स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करें

गणेश उत्सव के दौरान सार्वजनिक गणेश मंडल सांस्कृतिक कार्यक्रम के बजाए स्वास्थ्य विषयक कार्यक्रमों का आयोजन करे. जिसमें रक्तदान शिविर को प्राथमिकता दें तथा शिविर के माध्यम से कोरोना, मलेरिया, डेंग्यु आदि बीमारियों के प्रतिबंधात्मक उपाय योजना के संदर्भ में जनजागृती करें. आरती, भजन, कीर्तन और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करते समय अनावश्यक भीड न हो इसका भी ध्यान रखे साथ ही ध्वनी प्रदूषण के भी नियमों का कडाई से पालन करे.

  • इस प्रकार है शासन के निर्देश

* गणेश उत्सव के दौरान गणेश मूर्ति शाडू मिट्टी की पर्यावरण पूरक होनी चाहिए. उस मूर्ति का विसर्जन संभवत: घर पर ही होना चाहिए. अगर घर पर संभव न हो तो कृत्रिम विसर्जन स्थल पर गणेश मूर्ति का विसर्जन करें.
* गणपति बप्पा के आगमन व विसर्जन के दौरान शोभायात्रा न निकाली जाए. विसर्जन की पारंपरिक पद्धति से विसर्जन पर होने वाली आरती घर पर ही करे जिसमें विसर्जन स्थल पर कम से कम समय ही रुकना पडे.
* छोटे बच्चों और जेष्ठ नागरिकों को विसर्जन स्थल पर ले जाना टाले. गली महोल्लो की गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन एकत्र होकर न करे और विसर्जन पर शोभायात्रा भी न निकाले ऐसे आदेश गृह विभाग व्दारा दिए गए है.

  • गणेश मूर्ति की ऊंचाई चार फुट से अधिक न हो

गणेश मूर्तियों के संदर्भ में गृह विभाग व्दारा जारी किए गए आदेशानुसार सार्वजनिक मंडलों में गणेश मूर्ति की ऊंचाई चार फुट से अधिक नहीं होनी चाहिए. संभवत: पारंपरिक गणेश मूर्ति की बजाए घर में स्थित धातु की मूर्ति या संगमरमर की मूर्ति का ही पूजन करें.

  • मध्यानकाल में करे गणेश स्थापना

गणेश मूर्ति की स्थापना मध्यानकाल में करें ऐसा पंचाग विशेषज्ञ दां. क्रु. सोमण ने स्पष्ट किया है. शुक्रवार को सुबह 12.21 से दोपहर 1.48 तक मध्यानकाल है. इसी दौरान गणपति स्थापना करें. अगर इस समय पर संभव नहीं है तो उसी दिन सुबह 5.30 से दोपहर 1.48 बजे तक गणपति स्थापना कर पूजा करे.

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