मुंबई दि.23 – महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद में हल न निकलने के बावजूद सांगली जिले के जत तालुका पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बयान से उबाल आ गया है. महाराष्ट्र में विविध प्रतिक्रिया आ रही है. इस बीच उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, महाराष्ट्र का एक भी गांव कहीं नहीं जा रहा. उल्टे सीमा क्षेत्र के गांव महाराष्ट्र में लाने के लिए वे प्रयत्न करेंगे. फडणवीस ने कहा कि, जत तहसील अंतर्गत गांवों ने 2012 में प्रस्ताव किया था. अब भी कोई नया प्रस्ताव नहीं किया गया है. यह शत्रुता नहीं है. कानूनी लडाई है.
* पाटील, देसाई की समिति
सीमा क्षेत्र के लोगों की समस्या पर कुछ रोज पहले महाराष्ट्र और कर्नाटक के राज्यपालों की कोल्हापुर में बैठक हुई थी. सीमा विवाद कर राज्य सरकार ने मंत्री चंद्रकांत पाटील और शंभुराज देसाई की समन्वय समिति गठित की है. महाराष्ट्र सरकार सकारात्मक कदम उठा रही है. जबकि कर्नाटक ने 40 गांवों का मसला खडा कर दिया. फडणवीस ने स्पष्ट किया कि, सीमा क्षेत्र के कुछ गांव महाराष्ट्र मेंं लाने वे प्रयत्न करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि, म्हौसाल योजना तत्काल लागू की जाएगी. कोरोना के कारण इस योजना को विलंब हुआ.