नागपुर/दि.27-राजनीति हो या व्यवसाय, इसमें मेहनत कर ही आगे आना पड़ता है. लोगों को अधिक दिन मुर्ख नहीं बनाया जा सकता. लोग बाद में ऐसों को दरवाजे पर भी खड़ा नहीं करते. ऐसे वक्तव्य केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किये.
केंद्रीय निंबू वर्गीय फल संशोधन संस्था की ओर से सार्वजनिक- निजी भागीदारी से रोग रहित निंबूवर्गीय पौधे तैयार करने, इस विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में गडकरी बोल रहे थे. शिवसेना के विधायकों ने बगावत करने से उद्घव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार दिक्कत में आ गई है. इस पार्श्वभूमि पर गडकरी का वक्तव्य महत्वपूर्ण माना जा रहा है. गडकरी स्पष्ट वक्ता के रुप में परिचित हैं. उन्होंने कई बार अप्रत्यक्ष रुप से भाजपा की हाल ही की राजनीति पर विचार व्यक्त किए है. इस समय उन्होंने नींबूवर्गीय फलों बाबत बोलते समय राजनीति के शॉर्ट कट बाबत भाष्य किया. उन्होंने कहा कि यह युग गुणवत्ता का है. राजनीति हो या व्यापार- व्यवसाय, इसे पर्याय नहीं. जो लोग मेहनत करे बगैर अन्य मार्ग का अवलंबन करते हैं, लेकिन उन्हें भविष्य नहीं.
शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद महाविकास आघाड़ी सरकार का भविष्य अंधेरे में है.दूसरी ओर,विरोधी पार्टी नेता देवेन्द्र फडणवीस ने बागियों का नेतृत्व करने वाले एकनाथ शिंदे को गुजरात के वडोदरा में बुलाकर सत्ता स्थापना बाबत चर्चा करने की बात कही जा रही है. महाराष्ट्र में गत चार-पांच दिनों से शुरु राजनीतिक नाट्य पर गडकरी ने अप्रत्यक्ष रुप से टिप्पणी की.