मुंबई/दि.27– विगत शनिवार को पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा से मुलाकात करने हेतु खार पुलिस थाने पहुंचे भाजपा नेता किरीट सोमय्या पर शिवसैनिकों द्वारा हमला किया गया था और उनकी कार के साथ तोडफोड की गई थी. जिसमें सोमय्या की ठुड्डी के पास एक छोटीसी जख्म हो गई थी. जिसमें से खून निकला था, लेकिन सेना सांसद संजय राउत सहित शिवसेना के अन्य नेताओं द्वारा इसका उपहास उडाते हुए कहा गया था कि, वह जख्म नहीं है, बल्कि सोमय्या ने अपने चेहरे पर टोमैटो सॉस लगा लिया है. परंतू अब भाभा हॉस्पिटल ने सोमय्या की मेडिकल टेस्ट के बाद तैयार की गई रिपोर्ट मुंबई पुलिस को सौंपी है. जिसमें कहा गया है कि, सोमय्या के चेहरे पर थुड्डी के निकट केवल 0.1 सेमी का छोटा सा घाव हुआ था. जिसमें से हल्का सा खुन निकला था.
इस रिपोर्ट के सामने आते ही अब किरीट सोमय्या ने सेना सांसद संजय राउत सहित शिवसेना के खिलाफ अपना हमला तेज करते हुए कहा कि, हकीकत में उध्दव ठाकरे और उनकी माफिया सेना तो उन्हें जान से ही मार देना चाहती थी, लेकिन ईश्वर की कृृपा और अपने कमांडो की वजह से बच गये. पुलिस की एफआईआर में पत्थरबाजी की बात लिखी हुई है. साथ ही इस घटना को प्रत्येक चैनल ने लाईव दिखाया. वहीं खुद उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि, कार का कांच टूट जाने की वजह से उनके चेहरे पर हल्की चोट आयी है, लेकिन शायद उध्दव ठाकरे और उनकी माफिया सेना के लोग चाहते थे कि, वह पत्थर किरीट सोमय्या के सिर अथवा आंख पर लगना चाहिए था. जिससे नुकसान अधिक होता. यहीं वजह है कि, जब निशाना चूक गया, तो अब संजय राउत द्वारा टोमैटो सॉस व केचअप् जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है. लेकिन आश्चर्य का विषय है कि, मुंबई के पुलिस आयुक्त द्वारा सरकार के कहने पर फर्जी एफआईआर कैसे दर्ज की गई. ऐेसे में पुलिस आयुक्त पाण्डेय के खिलाफ भी कार्रवाई होना जरूरी है.
सोमय्या ने आरोप लगाया है कि, पुलिस आयुक्त पाण्डेय ने उनके फर्जी हस्ताक्षर करते हुए उनके नाम पर झूठी एफआईआर दाखिल की है. जिसे लेकर उन्होंने भाजपा नेताओें के साथ राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाकात करते हुए अपनी शिकायत दर्ज करायी है. जहां पर इस पूरे मामले को लेकर तमाम सबूत प्रस्तुत किये गये. जिसके बाद मीडिया कर्मियों से संवाद साधते हुए किरीट सोमय्या ने कहा कि, संजय पाण्डेय अपने निजी जीवन में क्यां करते है, इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन यदि वे मुंबई की बजाय ‘मातोश्री’ के पुलिस आयुक्त की भूमिका निभाते हुए माफियागिरी करेंगे, तो उन्हें कतई छोडा नहीं जायेगा.
सीपी पाण्डेय पहुंचे गृहमंत्री से मिलने, गतिविधियां हुई तेज
वहीं दूसरी ओर मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय पाण्डेय आज दोपहर गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील से मुलाकात करने हेतु पहुंचे. जिसके बाद चर्चा व कयासों का दौर तेज हो गया और इस बैठक में क्या विचार-विमर्श होता है, इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है. पुलिस महकमे के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक सांसद नवनीत राणा व भाजपा नेता किरीट सोमय्या द्वारा लगाये गये आरोपों को गलत साबित करनेवाले कुछ वीडियो पुलिस के पास उपलब्ध है, जिन्हें पुलिस आयुक्त संजय पाण्डेय द्वारा गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील के सामने पेश किया गया है.