महाराष्ट्र

विधानसभा चुनाव में भी ‘नोटा’ रहेगा हावी

राजनीतिक पार्टियों को सता रहा डर

* लोकसभा चुनाव में विदर्भ के 77,127 वोटर्स ने दबाया था बटन
नागपुर/दि.24– आगामी विधानसभा चुनाव में भी विदर्भ में रहेगा ‘नोटा’ हावी. बता दे कि, 6 माह पूर्व हुए लोकसभा चुनावों में विदर्भ की 10 लोकसभा सीटों पर करीब 77,127 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था. चुनाव जीतने के लिए 1-1 मत महत्वपूर्ण होता है. ऐसे में मतदाताओं का रुख नोटा की ओर होना चिंता का विषय है. लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में भी अगर मतदाताओं का नोटा की ओर रुख रहा तो राजनीतिक पार्टियों के लिए खतरे की घंटी होगा. चुनाव में कोई भी उम्मीदवार पसंदीदा होने पर ईवीएम में ‘नोटा’ (नन ऑफ दी अबॉव) का पर्याय उपलब्ध करवाया गया है.
देश की मतदान प्रक्रिया में साल 2013 में पहली बार नोटा का उपयोग किया गया. इसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी नोटा का पर्याय ईवीएम में दिया गया. उस समय 4 लाख 33 हजार 471 यानी मतदान का 0.89 फीसदी मतदाताओं ने इसका उपयोग किया. साल 2024 के लोकसभा चुनाव में 4 लाख 12 हजार 815 मतदाताओं ने नोटा को पसंद किया. इस तरह से 0.72 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया. विदर्भ की 10 लोकसभा सीटों में 77 हजार 127 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाना पसंद किया. इसमें सर्वाधिक गढचिरोली जिले में 16 हजार 577 मतदाताओं ने नोटा को पसंद किया. इसमें खास बात यह है कि, राज्य में यहां सर्वाधिक मतदान होता है. जीत के लिए 1-1 वोट विधानसभा में जरुरी होता. पिछले विधानसभा चुनाव में गोंदिया जिले की अर्जूनी मोरगांव सीट से पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले मात्रा 718 मतो से पराजित हुए थे. उस समय नोटा को 2,045 मत मिले थे. अब लोकसभा चुनाव की तर्ज पर विधानसभा में भी मतदाता नोटा की ओर अपना रुख कर सकते है. जिसमें नोटा कई उम्मीदवारों का गणित बिगाड सकता है, यह डर राजनीतिक पार्टियों को सता रहा है.

* लोकसभा चुनाव में विदर्भ से नोटा को मिले मत
जिला नोटा वोट
गढचिरोली – 16577
चंद्रपुर – 10843
भंडारा-गोंदिया – 10268
यवतमाल – 9391
रामटेक – 7827
अकोला – 5783
नागपुर – 5474
वर्धा – 4634
बुलढाणा – 3786
अमरावती – 2544
कुल – 71127

* लोकसभा चुनाव में 4,251 पोस्टल मत अवैध
ईवीएम द्वारा मतदान होने की वजह से अवैध मतो की संख्या शून्य पर आ गई है. लेकिन पोस्टल मतदान अवैध होना आज भी चिंता का विषय है. पिछले लोकसभा चुनाव में लगभग 4,251 अधिकारी और कर्मचारियों के वोट अवैध हो गए थे. इसमें सर्वाधिक भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट से 2,061 वोट अवैध पाए गए. वर्धा में 539, चंद्रपुर 524, नागपुर 450, गढचिरोली 137, रामटेक 127, अमरावती 120, अकोला 112, बुलढाणा 110 और यवतमाल-वाशिम में 71 मत अवैध पाए गए.

Related Articles

Back to top button