अब सभी धर्मस्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने के लिए लेनी होगी अनुमति
किसी भी मस्जिद के 100 मीटर दायरे में हनुमान चालीसा बजाने पर रोक
* अगले दो-तीन दिनों में ‘भोंगे’ पर आयेगी नई गाईडलाईन
* गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने दी जानकारी
* कानून व व्यवस्था बनाये रखने सरकार है प्रतिबध्द
मुंबई/दि.18– विगत कुछ दिनों से समूचे राज्य में लाउडस्पीकर को लेकर राजनीतिक उठापटक काफी हद तक तेज हो गई है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाये जाने की बात गुडीपाडवा सम्मेलन में कहे जाने के पश्चात हालात तनावपूर्ण होते चले गये और इस समय राज्य में जगह-जगह पर मस्जिदों के सामने नमाज से पहले अजान के वक्त लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजायी जा रही है. जिससे राज्य में कानून व व्यवस्था की स्थिति के लिए खतरा पैदा हो गया है. ऐसे में राज्य सरकार ने आनन-फानन में दो बडे फैसले लिये है. जिसके तहत तय किया गया है कि, अब सभी तरह के धर्मस्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने के लिए स्थानीय प्रशासन व पुलिस से अनुमति लेनी होगी और अनुमति मिलने के बाद भी तय डेसिबल स्तर तक ही लाउडस्पीकर बजाये जा सकेंगे. वहीं किसी भी मस्जिद के आसपास 100 मीटर के दायरे में किसी को हनुमान चालीसा नहीं पढने दी जायेगी. इसके साथ ही राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने यह भी कहा कि, आगामी एक-दो दिनों के भीतर लाउडस्पीकर को लेकर राज्य सरकार द्वारा एक नई गाईडलाईन तय की जायेगी. जिस पर पूरे राज्य में बेहद कडाई के साथ अमल किया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि, गुढीपाडवा के पर्व पर मुंबई में आयोजीत मनसे पदाधिकारियों के सम्मेलन में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर के जरिये दी जानेवाली अजान को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए मस्जिदों से लाउडस्पीकर को हटाये जाने की बात कही थी और ऐसा नहीं होने पर अजान के वक्त मस्जिदों के समक्ष लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा पढने का आवाहन किया था. इसके बाद राज्य में कई स्थानों पर मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा बजाई जाने लगी. जिससे विवाद बढता चला गया. वहीं दूसरी ओर राज ठाकरे के बयान की राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, सांसद सुप्रिया सुले व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सहित महाविकास आघाडी के कई नेताओं ने आलोचना की थी. इसी दौरान राज्य में जगह-जगह पर पुलिस ने हरकत में आते हुए मस्जिदों के सामने हनुमान चालिसा पढने के लिए लगाये जानेवाले लाउडस्पीकरों को हटाने व जप्त करने की कार्रवाई भी शुरू की.
* नासिक में दिखा सर्वाधिक इफेक्ट
बता दें कि, राज ठाकरे के नेतृत्ववाली मनसे की किसी समय नासिक महानगरपालिका में सत्ता थी और नासिक में मनसे का अच्छा-खासा प्रभाव भी माना जाता है. ऐसे में राज् ठाकरे द्वारा किये गये आवाहन का नासिक में सबसे अधिक असर भी दिखाई दिया. जहां पर जगह-जगह मनसे सैनिकों द्वारा लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का पठन किया जाने लगा. ऐसे में नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पाण्डेय ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि, आगामी 3 मई तक सभी तरह के धर्मस्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने हेतु पुलिस की पूर्व अनुमति लेनी होगी, अन्यथा 3 मई के बाद सीधी कार्रवाई करते हुए बिना अनुमति लगाये गये लाउडस्पीकरों को जप्त कर लिया जायेगा. इसके तहत मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा व चर्च सहित सभी तरह के धर्मस्थलों को अपने यहां लाउडस्पीकर लगाने के लिए लिखीत आवेदन करना होगा. इसके साथ ही लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा पढने के लिए भी पुलिस आयुक्तालय की पूर्व अनुमति लेनी होगी. अनुमति मिलने के बाद ही अजान होने से पंद्रह मिनट पहले और किसी भी मस्जिद से 100 मीटर दूर हनुमान चालीसा पढी जा सकेगी.