मुंबई/दि.९-कोरोना के खिलाफ निपटने के लिए बीएमसी जल्द ही वॉइस टेस्टिंग शुरू करनेवाली है. इसकी शुरूआत ११ अगस्त से गोरेगांव स्थित नेस्को कोविड सेंटर से की जाएगी. बीएमसी के अडिशनल कमिश्नर सुरेश काकानी के मुताबिक आवाज की टेस्टिंग से आधे घंटे में पता चल जाएगा कि व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है या नेगेटिव है. वहीं 10 अगस्त को कंपनी के साथ एमओयू साइन किया जाएगा, उसके अगले दिन से टेस्टिंग शुरू हो जाएगी. यहां बता दें कि अब तक बीएमसी कोरोना टेस्टिंग के लिए स्वाब टेस्ट, ऐंटीजन टेस्ट या फिर ऐंटिबॉडी टेस्ट करती है. वॉइस टेस्टिंग के जरिए व्यक्ति की आवाज की ध्वनि तरंगों के माध्यम से इंसान के कोरोना संक्रमित होने या न होने की जानकारी मिल जाएगी. मुंबई में पिछले दो दिन से 1,000 से कम मामले सामने आ रहे थे लेकिन शनिवार को 1,300 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इससे पहले इतने लोग 22 जुलाई को पॉजिटिव पाए गए थे जब 1,310 नए केस मिले थे.
आरटीपीसीआर टेस्ट भी होगा
काकानी के मुताबिक, नेस्को के जंबो केयर सेंटर में संदिग्धों और कोरोना पेशंट्स की जांच शुरू की जाएगी. शुरू में प्रतिदिन 1 हजार लोगों की आवाज टेस्ट की जाएगी. धीरे-धीरे इस तकनीक का प्रयोग अन्य कोविड सेंटर में भी किया जाएगा. यदि इस टेस्ट से कोई पॉजिटिव आता है, तो उसका आरटीपीएसआर भी टेस्ट किया जाएगा. इस तकनीक का प्रयोग अमेरिका व इजरायल जैसे देशों में किया जा रहा है. किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर उसे सांस लेने में कठिनाई होती है. कोरोना की वजह से फेफड़ों की मांसपेशियां प्रभावित होती हैं. फेफडों की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है, जिससे आवाज भी बदल जाती है.