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विद्यार्थियों को होगी सहूलियत
नई दिल्ली/दि.17 – अभियांत्रिकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक खुशखबरी है. इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु ली जानेवाली जेईई मेन्स प्रवेश पात्रता परीक्षा वर्ष 2021 से साल में दो बार नहीं, बल्कि चार बार ली जायेगी. जिसका फायदा विद्यार्थियोें को अपने अंक बढाने में होगा. ऐसी जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा दी गई है.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंंत्री निशंक द्वारा बताया गया कि अभिभावकों व विद्यार्थियों से मिले सुझावों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. फिलहाल फरवरी में होनेवाली पहले सत्र की जेईई परीक्षा के लिए पंजीयन शुरू है. इस हेतु इच्छूक विद्यार्थी आगामी 16 जनवरी तक पंजीयन कर सकते है. इस पहले चरण में जेईई मेन्स परीक्षा 23 से 26 फरवरी के दौरान ली जायेगी. साथ ही यह परीक्षा अब तीन भाषाओें की बजाय 13 भाषाओं में ली जायेगी. इसके अलावा इस परीक्षा का आयोजन मार्च, अप्रैल व मई माह में भी होगा. यह परीक्षा संगणक आधारित यानी ऑनलाईन होगी. केवल बी-आर्क की परीक्षा ही पेन-पेपर यानी ऑफलाईन तरीके से ली जायेगी. हर परीक्षा का परिणाम के परीक्षा के अंतिम दिवस पश्चात 4 से 5 दिनों में घोषित किया जायेगा और परिणाम घोषित होने के बाद विद्यार्थियोें को अगली परीक्षा के लिए पोर्टल पर अपना पंजीयन करना होगा.
इन भाषाओं में होंगे पेपर
नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2021 की जेईई मेन्स परीक्षा पहली बार मराठी, असमीया, बंगाली, कन्नड, मल्यालम, उडीया, पंजाबी, तमिल, तेलगू व उर्दू भाषा में होगी. इससे पहले यह परीक्षा केवल अंग्रेजी, हिंदी व गुजराती भाषा में ही ली जाती थी. लेकिन अब से यह परीक्षा कुल 23 भाषाओं में ली जायेगी.