महाराष्ट्र

अब सोयाबीन खरीदी हेतु लागू होगा ‘एमपी पैटर्न’

किसानों को 24 घंटे के भीतर मिलेगा भुगतान

* अध्ययन करने हेतु समिति गठित, 15 मई तक रिपोर्ट होगी पेश
पुणे/दि.19– राज्य में गारंटी मूल्य पर की गई सोयाबीन की खरीदी में हुई गडबडी के बाद अब इसमें और भी अधिक सुधार करने हेतु सोयाबीन की सर्वाधिक खरीदी व स्टॉक करनेवाले मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ राज्यों के पैटर्न का अध्ययन किया जाएगा. मध्यप्रदेश में गोदाम महामंडल द्वारा सोयाबीन की खरीदी व स्टॉक करने का काम किया जाता है. वहीं छत्तीसगढ में गांव स्तर पर कार्यकारी सोसायटीयों द्वारा यह काम किया जाता है. जिसका सीधा फायदा किसानों को मिलता है. ऐसे में अब महाराष्ट्र में भी इसी तरह से सोयाबीन की खरीदी करने की संभावनाओं को जांचने हेतु एक समिति की स्थापना की गई है. जिसे 15 मई तक अपनी रिपोर्ट पेश करने हेतु कहा गया है.
इस समिति के अध्यक्ष के तौर पर राज्य वखार महामंडल के अध्यक्ष व व्यवस्थापकीय संचालक कौस्तुभ दिवेगांवकर तथा सदस्य के तौर पर सहकार आयुक्त दीपक कावरे, पणन महासंघ के व्यवस्थापकीय संचालक श्रीधर डुबे पाटिल, पणन संचालक विकास रसाल, पणन मंडल के कार्यकारी संचालक संजय कदम एवं सदस्य सचिव के तौर पर पणन महासंघ के प्रबंधक ढेकाने की नियुक्ति की गई है.

* खरीदी में हुई थी गडबडी
राज्य में पहली बार इस बार के सीजन में गारंटी मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी की गई. खरीदी हेतु नाम पंजीयन के मानक, खरीदी केंद्रों की संख्या, माल भरने हेतु बोरे व किसानों को दिए जानेवाले भुगतान जैसे मुद्दों को लेकर काफी विवाद हुए. हालांकि इस योजना के तहत 5 लाख 11 हजार 657 किसानों से 11 लाख 21 हजार 385 टन सोयाबीन की खरीदी भी हुई.

* पहली बार दिखी सोयाबीन में तेजी, दाम 4300 से पार
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोयापेंड के दाम 3300 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए है. साथ ही बाजार में सोयाबीन की आवक कम होने के चलते दामों में तेजी आई और सोयाबीन के दाम 4300 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर को पार कर गए. प्लांट धारकों द्वारा स्थानीय बाजारों से बडे पैमाने पर सोयाबीन की खरीदी की जाती है और पहुंच में सोयाबीन के दाम 4600 रुपए से 4700 रुपए प्रति क्विंटल तक है.

* नई व्यवस्था का अध्ययन करने हेतु अभ्यास दौरा किया जाएगा. वखार महामंडल को खरीदी के अधिकार दिए जाने पर कई मसले हल हो सकते है.
– दीपक तावरे
आयुक्त, सहकार.

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