अब तहसीलदार भी ठेका पद्धति पर
विद्यार्थियों से लेकर अधिकारियों में गुस्सा
जलगांव/दि.30- सरकारी विभागों में नौकरी के लिए विविध सामाजिक संगठनों द्वारा आरक्षण हेतु आंदोलन किए जाने के बीच राज्य सरकार ने ठेका पद्धति पर कर्मचारियों की पदभर्ती शुरु कर रखी है. जलगांव जिलाधिकारी ने ठेके पर तहसीलदार, नायब तहसीलदार, मंडल अधिकारी, संगणक चालक और सिपाही भर्ती का विज्ञापन दिया है. सरकार के इस कदम का विद्यार्थियों से लेकर अधिकारियों के संगठन ने भी तीव्र विरोध किया. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि सरकार की नौकर भर्ती का विरोध रहेगा.
उल्लेखनीय है कि प्रशासन से प्रति वर्ष 5 प्रतिशत अधिकारी-कर्मचारी निवृत्त होते हैं. किन्तु रिक्त पद अरसे से भरे नहीं जा रहे. जिसके कारण तीन लाख पद रिक्त है. सरकार ने 75 हजार पदभर्ती के लिए दस ठेकेदार कंपनियों का चयन किया है. इन कंपनियों के मालक, संचालक, सत्तारुढ़ पक्ष के विधायक हैं. सरकार के प्रयोग का विरोध होने के बावजूद जलगांव जिले में भुसावल, पाचोरा, अमलनेर, चालीसगांव में अधिकारी तथा सक्षम प्राधिकारी पद का विज्ञापन जारी हुआ. जिसके बाद हो-हल्ला मचा है.
राज्य चतुर्थ श्रेणी कामगार संगठन के अध्यक्ष भाऊसाहब पठान ने कहा कि ठेका पद्धति अन्याय है. मृत कर्मचारियों के वारिसों को सेवा में लेने के कानून की सरकार धज्जियां उड़ा रही है. कर्मचारियों के सब्र का इम्तहान न लें.
राजपत्रित अधिकारी महासंघ के कुलथे ने कहा कि ठेका पद्धति गंभीर है. यह भ्रष्टाचार को आमंत्रण देना है. ठेके के अधिकारी गोपनीयता के नियम का कैसे पालन करेंगे, सेवा की बजाय अन्य बातों पर उन्हें ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा. काम की गुणवत्ता और जनता का सरकार पर भरोसा उठ जाएगा.