अब पुरानी पद्धति से ही होगी 10वीं व 12वीं की परीक्षा
कोविड काल के दौरान दी गई सहुलियतें की गई खत्म
* राज्य शिक्षा मंडल ने लिया निर्णय
पुणे दि.16 – महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्बारा आगामी फरवरी व मार्च माह के दौरान होने वाली कक्षा 10 वीं व कक्षा 12 वीं की परीक्षाएं एक बार फिर कोविड काल से पहले अमल में लाई जाने वाली पुरानी पद्धति के हिसाब से ही ली जाएगी और कोविड काल में विशेष सहुलियत के तौर पर दी गई विभिन्न सुविधाओं एवं छूट को अब खत्म व रद्द कर दिया गया है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए विगत 2 वर्षों से कक्षा 10 वीं के पाठ्यक्रम में 25 फीसद की कटौति की गई और ऑनलाइन पढाई-लिखाई की वजह से विद्यार्थियों के लिखने की आदत छूट जाने के मद्देनजर विद्यार्थियों को प्रश्न पत्रिका हल करने हेतु अतिरिक्त समय दिया जाता था. साथ ही विद्यार्थियों को परीक्षा देने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा न करनी पडी. इस बात के मद्देनजर विद्यार्थियों को उनकी ही शाला में परीक्षा केंद्र दिया जाता था. लेकिन अब चूंकि हालत पहले की तरह सामान्य हो गये है. ऐसे में इन सभी छूट एवं सहुलियतों को रद्द कर दिया गया है और अब पुरानी पद्धति के हिसाब से ही कक्षा 10 वीं व 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं ली जाएगी. जिसके चलते इस बार परीक्षा पूरे पाठ्यक्रम पर आधारित रहेगी और राज्य शिक्षा मंडल के नियोजनानुसार तय किये जाने वाले परीक्षा केंद्रों पर ही सभी विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगी. साथ ही इस वर्ष प्रश्नपत्र को हल करने के लिए कोई अतिरिक्त समय भी नहीं दिया जाएगा.
राज्य शिक्षा मंडल द्बारा कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षाओं का संभावित टाइम-टेबल घोषित किया जा चुका है. ऐसे में अब परीक्षा के लिए 3 से साढे तीन माह की कालावधी शेष बची है. जिसके चलते विद्यार्थियों को अभी से ही बोर्ड परीक्षा के लिए जमकर तैयारी करनी पडेगी.
* गत वर्ष विशेष मुद्दे के तौर पर अतिरिक्त समय, पाठ्यक्रम में कटौति तथा विद्यार्थियों को उनकी ही शाला में परीक्षा केंद्र जैसी सहुलियत व छूट दी गई थी. लेकिन अब चूंकि हालत पूरी तरह से पहले जैसे सामान्य के अत: इस वर्ष पहले वाली पद्धत के अनुसार ही बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएगी.
– शरद गोसावी,
अध्यक्ष,
राज्य शिक्षा मंडल.