नई दिल्ली- दि. 23 New Delhi- देश के हर थाना क्षेत्रों में अब केन्द्र की सीधी नजर रहेगी. थाना क्षेत्रों में कब कहा क्या हो रहा है. इस बात की जानकारी सीधे प्राप्त होगी. इस आधार पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय राज्य को रियल टाईम अलर्ट भी भेज सकेगा. क्योंकि देशभर के पुलिस थाने क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क (सीसीटीएनएस) से जुड जायेंगे. इससे जिपीएस ट्रेकिंग एआईओर सीसीटीवी मानेटरिंग के जरिए सभी गतिविधियों की निगरानी हो सकेगी.
दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन स्थापित होेनेवाला सीसीटीएनएस मदर बोर्ड (मुख्य निगरानी कक्षा) राज्यों के मुख्यालय के सीसीटीएनएस से जुडा होगा. हर राज्य में एक निगरानी कक्ष होगा. जहां राज्य के सभी थाना क्षेत्रों की गतिविधियों का जीपीएस, एआई व सीसीटीवी फिड से इनपुट मिलेगा. राज्यों से इनपुट केन्द्रीय कक्ष के मदरबोर्ड को जायेगा. मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि सभी राज्य इसके लिए सहमत है. 28 और 29 अक्तूबर को सूरजकुंड में राज्यों के गृहमंत्रियों की बैठक होगी. बैठक में सभी राज्यों के सीएस और डीजीपी उपस्थित रहेंगे.
गृहमंत्रालय पहली बार ऐसी बैठक कर रहा है. इसमें इस मुद्दे की कानूनी औपचारिकाताओं पर भी चर्चा होगी तथा राज्य राय और फिड बैक को भी शामिल किया जायेगा. फिड भी सीसीटीएनएस को मिल जायेगा. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस प्रणाली से आतंकवाद , नारकोटिक्स, आर्थिक अपराध और अर्बन नक्सलवाद पर बेहतर तरीके से काबू पाया जा सकेगा. इससे अपराध की श्रेणी और अपराधियों की मुमेंट को ट्रॅक करना आसान होगा.
* इस नेटवर्क से जुडेगा अपराधों का डेटाबेस
जीपीएस और एआई से यह भी पता चल सकेगा कि कोई व्यक्ति कही रेकी तो नहीं कर रहा ? यहां तक की किसी जगह जिन नंबरों के मोबाइल अक्सर नहीं आते. वहां कोई नये नंबर के साथ आता है तो उसका फीड भी सीधे सीसीटीएनएस को मिल जायेगा.
* भीड बढने पर भी सिंगल आयेगा
केन्द्रीय मदर बोर्ड पर हरा,पीला और नीला इंडीगेटर होगा. रंग के हिसाब से यह सामान्य सतर्क और संवेदनशील का सिग्नल होगा. यदि किसी बाजार में सामान्य दिनों के मुकाबले अधिक भीड रही तो भी सिग्नल जायेगा. केन्द्रीय मदरबोर्ड पर पीली बत्ती जलेगी. बिना सूचना के भीड जुटी हो तो रेड अलर्ट होगा और संबंधित थाने की पुलिस को मौके पर पहुंचना होगा.