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अब बढ सकता है बारिश का जोर

इस सप्ताह में बारिश के लिए बनेगी अनुकूल स्थिति

* विदर्भ सहित पश्चिम महाराष्ट्र व दक्षिण कोंकण में झमाझम का अनुमान
मुंबई/दि.29- अगले सप्ताह के दौरान विदर्भ सहित समूचे महाराष्ट्र में बारिश के लिए अनुकूल स्थिति बनने की पूरी संभावना दिखाई दे रही है. जिसके चलते अगले पांच से सात दिनों के दौरान राज्य में चहूंओर झमाझम बारिश होने का अनुमान है.
मौसम विभाग द्वारा जताये गये अनुमान के मुताबिक अगले सप्ताह के दौरान विदर्भ के कई इलाकों में तेज आंंधी-तूफान के साथ बारिश होने का अनुमान है. साथ ही मुंबई, पुणे, ठाणे व उत्तर महाराष्ट्र में हलके व मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. वहीं दक्षिण कोंकण सहित पश्चिम महाराष्ट्र के पहाडी हिस्सों में मुसलाधार बारिश होने का अनुमान जताया गया है.
उल्लेखनीय है कि, विगत एक सप्ताह से अरब सागर से बाष्पयुक्त हवाएं बह रही है, लेकिन इनका प्रमाण कम है. जिसके चलते इस समय केवल दक्षिण कोंकण में ही बारिश का जोर अधिक है, लेकिन अगले तीन से चार दिनों के दौरान रत्नागिरी व सिंधुदूर्ग जिलों में बारिश का जोर बढेगा. साथ ही साथ मुंबई, ठाणे, रायगड, कोल्हापुर, सातारा तथा पुणे सहित विदर्भ व मराठवाडा क्षेत्र के कई इलाकों में झमाझम बारिश होने का योग बनता दिखाई दे रहा है.

* बारिश की बेरूखी से खरीफ बुआई संकट में
– अब तक केवल 13 फीसद बुआई ही हो पायी है
प्रदेश में संतोषजनक बारिश नहीं होने के चलते खरीफ फसलों की बुआई में भी काफी देरी हो रही है. विगत वर्ष इस समय तक खरीफ फसलों की बुआई शत-प्रतिशत पूर्ण हो चुकी थी. लेकिन इस बार केवल 20 लाख 30 हजार हेक्टेयर यानी 13 प्रतिशत कृषि क्षेत्र में ही खरीफ फसलों की बुआई हो पायी है. उल्लेखनीय है कि, विगत वर्ष इस समय तक समूचे राज्य में औसत 270 मिमी बारिश हो चुकी थी. जबकि इस वर्ष अपेक्षित की तुलना में केवल 134 मिमी बारिश ही हुई है.
बारिश में हो रही देरी की वजह से बुआई पर मंडरा रहे खतरे को राज्य सरकार द्वारा गंभीरता से लिया गया है और गत रोज हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में खरीफ फसलों के सीझन को लेकर गंभीरता के साथ समीक्षा की गई है.

* जलकिल्लत की समस्या से भी जूझ रहा राज्य
इस वर्ष पडी भीषण गर्मी के चलते राज्य में कई स्थानों पर जलकिल्लत की समस्या पैदा हो गई और कई इलाकों में टैंकरों के जरिये जलापूर्ति करने की नौबत आयी. इस समय भी राज्य के 610 गांवों और 1,266 बस्तियों में 496 टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है. जिसके लिए 66 सरकारी व 430 निजी टैंकरों को काम पर लगाया गया है. बारिश शुरू होने के चलते पिछले सप्ताह की तुलना में और 31 टैंकर कम किये गये है. साथ ही 24 गांव तथा 130 बस्तियां टैंकर मुक्त हो चुके है.

* विभागनिहाय जलसंग्रहण
राज्य के जलाशयों में इस समय 21.82 फीसद जलसंग्रहण है. जिसके तहत अमरावती संभाग के जलाशयों में 33.80 फीसद, नागपुर संभाग के जलाशयों में 26.85 फीसद, औरंगाबाद संभाग के जलाशयों में 27.1 फीसद, नासिक संभाग के जलाशयों में 20.02 फीसद, कोंकण संभाग के जलाशयों में 34.43 फीसद और पुणे संभाग के जलाशयों में 12.35 फीसद जलसंग्रहण उपलब्ध है. बांधों में लगातार घटते जलस्तर को देखते हुए संतोषजनक बारिश होने की प्रतीक्षा की जा रही है. साथ ही बांधों में जलसंग्रहण की स्थिति में सुधार हो सके.

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