महाराष्ट्र

अब नागपुर से गोवा का सफर रहेगा 8 घंटे का

802 किलोमीटर एक्सप्रेसवे का काम जल्द होगा शुरु

* छह-लेन का होगा कॉरिडोर, पवनार से शुरु होकर पत्रादेवी पर होगा खत्म
मुंबई/दि. 22– महाराष्ट्र में जल्द ही नागपुर और गोवा को जोडने वाला एक नया एक्सप्रेसवे शुरु होगा. इसका नाम है नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे. यह एक्सप्रेसवे 802 किलोमीटर लंबा है और इसमें छह-लेन कॉरिडोर हैं. इसे महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा विकसित किया जा रहा है. यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को 18-20 घंटे से घटाकर केवल 8-10 घंटे कर देगा. इससे महाराष्ट्र के टूरिज्म को भी बढावा मिलेगा.
इस विशाल परियोजना की लगात लगभग 86 हजार करोड रुपए है. यह एक्सप्रेसवे 12 जिलों को जोडते हुए क्षेत्रीय विकास में मददगार साबित होगा. नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे वर्धा जिले के पवनार से शुरु होकर महाराष्ट्र-गोवा सीमा के पास पत्रादेवी पर खत्म होगा. यह वर्धा, यवतमाल, हिंगोली, नांदेड, परभणी और सिंधुदुर्ग सहित 12 जिलों से होकर गुजरेगा.
शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे की सबसे खास बात यह है कि, यह प्रमुख तीर्थस्थलों को भी जोडता है. वर्धा से सिंधुदुर्ग तक फैले इस एक्सप्रेसवे से भक्तों और पर्यटकों के लिए तीर्थयात्रा आसान हो जाएगी. एक्सप्रेसवे तीन धार्मिक स्थलों – सोलापुर के पास तुलजापुर, कोल्हापुर की महालक्ष्मी और पत्रादेवी को कवर करेगा. इससे धार्मिक और आर्थिक विकास को बढावा मिलेगा.
यह एक्सप्रेसवे संगवडे, संगवडेवाडी, हलसवडे, नेरली, विकासवाडी, कनेरीवाडी, कनेरी, कोगिल बुद्रुक और खेबवडे जैसे गांवों से होकर गुजरेगा. ग्रामीण इलाकों को जोडने से इन क्षेत्रों में आर्थिक अवसर और विकास की संभावनाएं बढेंगी.
नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे भारत के सबसे लंबे हाईवे में से एक होगा. यह 701 किलोमीटर लंबे नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे को भी पीछे छोड देगा. यह परियोजना जिलों को जोडते हुए लाखों लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाएगी.

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