अब महा ई-सेवा केंद्र के जरिए चलेगा पटवारियों का कामकाज
पटवारी कार्यालय के चक्कर काटने की नहीं पडेगी जरुरत
पुणे / दि. 7 – राजस्व विभाग अंतर्गत सातबारा उतारा, नमूना 8-अ, वारस नोंद, मृतक का नाम कम करना, बोझ कम करना या चढाना, ई-करार करना तथा धर्मादाय संस्था के विश्वस्तों के नाम बदलना इस तरह की फेरफार संबंधी सेवाएं अब महा ई-सेवा केंद्र, सेतु कार्यालय अथवा आपले सरकार सेवा केंद्र से अधिकृत तौर पर ली जा सकेगी. जिसके लिए राज्य सरकार ने सेवा शुल्क भी निश्चित किया है. ऐसे में अब इन कामों को करने हेतु पटवारी कार्यालय के चक्कर काटने की जरुरत नहीं पडेगी.
भूमि अभिलेख विभाग ने महाभूमि वेबसाइट पर डिजीटल हस्ताक्षरयुक्त सातबारा उतारा व 8-अ उतारा उपलब्ध करा दिया है. साथ ही ई-हक प्रणाली के जरिए वारस नोंद, मृतक का नाम कम करना, बोझा कम करना अथवा चढाना तथा धर्मादाय संस्था के विश्वतों का नाम बदलना आदि कामों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. परंतु ई-उतारों को ऑनलाइन प्राप्त करने तथा ई-हक प्रणाली के जरिए ऑनलाइन आवेदन करने हेतु प्रत्येक व्यक्ति के पास कम्यूटर, लैपटॉप, इंटरनेट कनेक्शन व प्रिंटर नहीं होता. जिसके चलते यह सेवाएं महा ई-सेवा केंद्रों व सेतु केंद्रों के जरिए दी जाएगी.
इस संदर्भ में अपर जमाबंदी आयुक्त सरिता नरके ने राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि, फेरफार संबंधी सभी सेवाएं अब महा ई-सेवा केंद्र, सेतु केंद्र व आपले सरकार सेवा केंद्र से अधिकृत तौर पर ली जा सकेगी. जिसके लिए सेवाओं के दरे भी निश्चित की जा चुकी है. जिसके तहत सातबारा उतारा व 8-अ उतारा हेतु केंद्र संचालक द्वारा मात्र 25 रुपए का शुल्क लिया जाएगा. ई-हक सेवा यानि जो फेरफार पंजीकृत-10 के जरिए नहीं, बल्कि केवल आवेदन के जरिए होते है. ऐसे फेरफार हेतु आवेदन करने के लिए ई-हक प्रणाली शुरु की गई है. इस प्रणाली में आवेदन दाखिल करने हेतु एक आवेदन के लिए 25 रुपए शुल्क लेकर सेवा उपलब्ध कराई जाएगी. यह सेवा लेते हुए कोई कागज प्राप्त अथवा अपलोड करने के लिए 25 रुपए से अधिक का शुल्क देना होगा.
* वारस नोंद, मृतक के नाम को कम करना, बोझा कम करना अथवा चढाना एवं धारा 155 के तहत दुरुस्ती करना आदि कामों के लिए पटवारी के पास आवेदन करना पडता था. अब यह आवेदन तहसील कार्यालय में प्रत्यक्ष करने की बजाय नागरिकों को ऑनलाइन आवेदन करने हेतु ई-हक प्रणाली उपलब्ध करा दी गई है. साथ ही इस प्रणाली का उपयोग बढे, इस हेतु सरकार प्रयासशील है. इस प्रणाली में आवेदन करते समय उपयोगकर्ता द्वारा महा ई-सेवा व सेतू केंद्र चालक का क्रमांक देने की बजाय अपना खुदका मोबाइल क्रमांक डालने पर संबंधितों पर उनके मोबाइल पर ही अपने आवेदन की प्रगती दिखाई देगी.
– सरिता नरके,
अपर जमाबंदी आयुक्त