महाराष्ट्र

विदर्भ के 3 जिला बैंकों में पडे हैं 5.91 करोड रुपए के पुराने नोट

नोटबंदी : जमा नहीं की जा सकी थी चलन से बंद हुई मुद्रा

वर्धा /दि. 15– विदर्भ के 3 जिला बैंकों की तिजोरी में 9 साल से 5 करोड 91 लाख रुपए के पुराने नोट पडे है. नोटबंदी के बाद यह मुद्रा महज कागज के टुकडे बन कर रह गई है. बैंकिंग की भाषा में इसे ‘स्पेसिफाईड बैंक नोट्स’ (एसबीएन) कहा जाता है.
नोटबंदी के समय से राज्य के 8 जिला बैंकों की तिजोरी में 101 करोड रुपए की पुरानी मुद्रा जमा है. इनमें विदर्भ के वर्धा जिला बैंक में 78 लाख 64 हजार रुपए, अमरावती जिला बैंक में 11 लाख रुपए और नागपुर जिला बैंक में 5 करोड रुपए है. 8 नवंबर 2016 की रात नोटबंदी की घोषणा की गई थी. नोटबंदी के बाद आरबीआई ने नागरिकों सहित सभी बैंकों को चलन से बाहर की गई मुद्रा (नोट) को राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा करने के निर्देश दिए थे. लेकिन, जिला बैंक निर्धारित समय में सभी पुराने नोट जमा नहीं करा पाए.

* जिला बैंक में जमा पुराने नोटों की जांब नाबार्ड की टीम ने की है. 78 लाख 64 हजार रुपए की यह राशि राष्ट्रीयकृत बैंक से विड्रॉल करने की बात भी साबित हो चुकी है. लेकिन, अब तक इन रुपयों को लेकर कोई निर्णय नहीं हो पाया है. 500 रुपए के 202 और 1 हजार रुपए के 7760 पुराने नोट हमारे पास है.
– सुनील कोरडे
प्रशासन वर्धा जिला बैंक.

– वर्धा जिला बैंक ने नोटबंदी के एक दिन पूर्व ही एसबीआई से विड्रॉल किए थे एक करोड रुपए
– राष्ट्रीयकृत बैंकों ने अत्यधिक व्यस्तता का हवाला देकर दो दिन बाद नोट जमा कराने को कहा.
– केंद्र सरकार ने सहकारी बैंक की राशि राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा नहीं किए जाने के निर्देश जारी किए

Back to top button