मुंबई/दि.6 – कांग्रेस विधायक नाना पटोले द्वारा राज्य विधान मंडल के दो दिवसीय पावस सत्र के दूसरे व अंतिम दिन विधानसभा की कार्रवाई में हिस्सा लेते हुए बताया गया कि, जिस समय वर्ष 2016 में वे सांसद थे, तब उनके फोन की टैपिंग की जाती थी और इसके लिए उन्हें अमजद खान का कोड नेम दिया गया था. साथ ही उन्होंने बताया कि, केंद्रीय मंत्री रावसाहब दानवे के निजी सहायक सहित सांसद संजय काकडे का भी फोन टैब किया गया था. जिसके बाद गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने का आश्वासन दिया.
कांग्रेस विधायक नाना पटोले के मुताबिक हर एक व्यक्ति को निजता का अधिकार है. जिसे किसी अन्यों द्वारा भंग नहीं किया जा सकता. यहां तक की धर्मशास्त्रों में भी दूसरों की बातों को चोरी-छिपे ढंग से सुनना पाप माना गया है. किंतु इसके बावजूद खुद को सुसंस्कृत बतानेवाले लोग इतने निम्नस्तर पर उतरकर राजनीति करने लगे है. पटोले ने यह भी कहा कि, वर्ष 2017-18 में पुणे आयुक्त के जरिये उनके फोन की टैपिंग की थी. ऐसे में उन्हें इस बात की जानकारी मिलनी चाहिए थी. आखिर इस फोन टैपिंग के पीछे मुख्य सुत्रधार कौन था.