मुंबई/दि.20- राज्य के प्याज उत्पादक किसानों को महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार हमी योजना अंतर्गत प्याज उत्पादन के लिए एक लाख 60 हजार 367 रुपए अनुदान देने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है.
प्याज उत्पादन के लिए अनुदान देने बाबत का शासन निर्णय जारी किए जाने की जानकारी हमी योजना एवं ग्रामीण फलोद्यान मंत्री संदिपान भुमरे ने शुक्रवार को दी. इस अनुदान का लाभ किसान वयक्तिक एवं सामुदायिक रुप से भी ले सकते हैं. विशेषतः गट खेती करने वाले एवं महिला बचत गटों को इसका लाभ होगा, ऐसा भी भुमरे ने स्पष्ट किया.
रांगडा सत्र का प्याज सुखाकर जमा किया जा सकता है. शास्त्रीय दृष्टि से तैयार किया गया गोदाम उपलब्ध न होने के कारण खरीफ मौसम का प्याज निकालते ही तुरंत बेचना पड़ता है. प्याज का उत्पादन उसके ही मौसम में होता है. मांग लेकिन वर्षभर समान ही होती है. प्याज की फसल निकालने के बाद मांग न होने से भाव कम होता है. इसका फटका किसानों को बैठता है. जिसके चलते प्याज के बाजार भाव का चढ़ाव-उतार सुरक्षा, स्थानीय बाजारपेठ में उचित दाम में आपूर्ति एवं निर्यात की मांग पूर्ण करने के लिए प्याज जमा करने की क्षमता बढ़ाना आवश्यक है. जिसके चलते सरकार े अनुदान का निर्णय लिया है.
* उत्पादन कितना?
– राज्य में साधारणतः 136.68 लाख मेट्रिक टन प्याज की फसल ली जाती है.
– साधारण एक हेक्टर क्षेत्र पर 25 मेट्रिक टन प्याज उत्पादन होता है.
* किसानों को दिलासा
सरकार ने एक प्याज उत्पादन के लिए चार लाख 58 हजार 730 रुपए खर्च अपेक्षित पकड़ा है. जिसमें से 1 लाख 60 हजार 367 रुपए अनुदान के स्वरुप में दिया जाएगा. वहीं शेष दो लाख 98 हजार 363 रुपए लोक हिस्से से बनाने सरकार ने अपेक्षित माना है.