महाराष्ट्र

एक तिहाई मरीज मुंह के कैंसर के

कैंसर अस्पताल का सर्वेक्षण

* तंबाखू का सेवन घातक
नागपुर /दि.15– तंबाखू के सेवन के कारण कैंसर तथा अन्य रोगों की वजह से प्रतिवर्ष विश्व में 80 लाख से अधिक लोगों की जान जाती है. नागपुर में भी राष्ट्रसंत तुकडोजी कैंसर क्षेत्रिय अस्पताल में गत 3 वर्षों में 11201 कैंसर मरीज दाखिल हुए. उनमें 3541 अर्थात 32 प्रतिशत मुंह के कैंसर के मरीज है. तंबाखू और धूम्रपान के कारण कर्करोग होता है. महाराष्ट्र में 2 करोड 28 लाख से अधिक लोग तंबाखू का उपयोग कर रहे हैं. इसी वजह से मुंह के कर्करोग के रुग्णों की संख्या बढ रही है.

* 50 से कम आयु के 60 प्रतिशत
सर्वेक्षण के अनुसार 60 प्रतिशत मुख कैंसर मरीज 50 वर्ष से कम आयु के हैं. 31 से 40 वर्ष आयु के 29 प्रतिशत, 41 से 50 वर्ष आयु के 32 प्रतिशत रुग्ण हैं. सर्वे में अस्पताल के निदेेशक डॉ. करतारसिंह, मानद सलाहकार डॉ. बी. के. शर्मा, आन्को सर्जन डॉ. अनिरुद्ध वाघ, डॉ. रेवू शिवकला ने सक्रिय योगदान किया. डॉ. करतारसिंह ने बताया कि, मुख कैंसर युवा आबादी के लिए सबसे बडा खतरा बनकर उभर रहा है. मुंह के कैंसर के कारणों का देर से पता चलता है. यह एक बडी समस्या है. मुख कैंसर रोकने में शुरुआती जांच अहम भूमिका निभा सकती है.

* तंबाखू आज ही छोडें
अस्पताल के मानद सलाहकार डॉ. बी. के. शर्मा ने कहा कि, तंबाखू छोडना मुख कैंसर को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है. स्वस्थ जीवनशैली जीना और स्वस्थ आहार का पालन करना अहम पहलू है. उल्लेखनीय है कि, मुख कैंसर के रोगियों में 77 प्रतिशत पुरुष, तो 23 प्रतिशत महिलाएं भी है. 68 प्रतिशत मरीज तंबाखू सेवन करते है. कुल मरीजों में 35 प्रतिशत सुपारी भी चबाते, 14 प्रतिशत सिगरेट पीते, 12 प्रतिशत बीडी पीते और 13 प्रतिशत पान खाते है. 38 प्रतिशत पान मसाला खाते है.

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