पुणे /दि. 10– हमाला, मापारी और व्यापारियों के विवाद पर हल न निकलने के कारण नाशिक जिले के 15 उपज मंडी में पिछले 11 दिनों से प्याज की निलामी बंद है. जिले की उपज मंडी में हर दिन औसतन 10 हजार क्विंटल प्याज की खरीदी-बिक्री होती है. बंद के कारण करीबन एक लाख क्विंटल प्याज की खरीदी-बिक्री पर असर हुआ है.
नाशिक जिले में मुख्य और उपबाजार क्षेत्र ऐसे 15 उपज मंडी में 29 मार्च से प्याज की निलामी बंद है. इस कारण ग्रीष्मकालिन प्याज के कटाई सत्र में प्याज बाजार में भरपुर है. वर्तमान में प्याज के भाव में गिरावट है. ऐसे समय नियमित खरीदी-बिक्री शुरु रहना अपेक्षित रहते निलामी बंद है. हमाल-मापारियों की मांग व्यवसायियों द्वारा मंजूर न किए जाने से शुरु रही हडताल के कारण किसानों का भारी नुकसान हो रहा है. नाशिक यह देश का बडा प्याज का बाजारपेठ है. इस बंद के कारण वर्तमान में देश के बाजारों पर इसका विशेष कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है. लेकिन यह हडताल और चली तो देश की प्याज उपलब्धता पर असर हो सकता है, ऐसा विंचूर के प्याज व्यापारी आतिष बोराटे ने कहा.
* नुकसान कितना?
नाशिक जिले की 15 उपज मंडी में हर दिन औसतन 7 से 10 हजार क्विंटल प्याज की खरीदी-बिक्री होती है. 11 दिनों में एक लाख क्विंटल प्याज की खरीदी-बिक्री ठप हो गई है. औसतन भाव प्रति क्विंटल 1200 रुपए भी रहे तो 11 दिनों में करीबन 1200 करोड रुपए का नुकसान हुआ है, ऐसी जानकारी किसान संगठना के नेता कुबेर जाधव और स्वतंत्र भारत पार्टी के अनिल घनवट ने दी है.