पुणे ./दि. 21– देश के बाजारो में प्याज की उपलब्धता कायम रहे और भाव नियंत्रण में रहने के लिए 8 दिसंबर 2023 को अधिसूचना जारी कर 31 मार्च 2024 तक लागू की गई निर्यात बंदी कायम रहेगी, ऐसी जानकारी केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के सचिव रोहितकुमार सिंह ने मंगलवार को दी.
निर्यात बंदी उठाई नहीं गई है. वर्तमान स्थिति में केंद्र सरकार के निर्णय में कोई भी बदलाव होने वाले नहीं है. देश में प्याज भरपूर मात्रा उपलब्ध करना और उसके भाव नियंत्रित रखना यह केंद्र की प्राथमिकता है, ऐसा सिंह ने कहा है. 31 मार्च 2024 के बाद भी प्याज की निर्यात बंदी कायम रहने का अनुमान दर्शाया जा रहा है. निर्यात बंदी उठाने की चर्चा पिछले दो दिनों से राज्य सहित देशभर में शुरु थी
* चुनाव के बाद निर्णय
रबी सत्र में प्रमुख रुप से महाराष्ट्र में प्याज का उत्पादन घटने का अनुमान ैहै. देशभर में भी चालू रबी सत्र में 2.27 करोड टन प्याज उत्पादन का अनुमान है. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और गुजरात के प्याज उत्पादन का अनुमान लेने के बाद ही आंतर मंत्रालय समिति की बैठक होगी. पश्चात पडोसी और मित्र देशो को प्याज निर्यात करने का निर्णय लिया जा सकता है.
* फिर नुकसान का भय
राज्य में चालू रबी सत्र में 4 लाख 32 हजार 798 हेक्टेअर क्षेत्र में प्याज की बुआई हुई है. इससे सत्र के अंत में 86 लाख टन प्याज उत्पादन का अनुमान है. यह प्याज 15 मार्च बाद बाजार में आने की शुरुआत होगी. निर्यात बंदी के कारण भाव में गिरावट आने से किसानों का फिर नुकसान होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.