निर्यात बंदी के बावजूद प्याज की दरों में तेजी कायम
महाराष्ट्र की प्याज की समूचे देश में बनी हुई मांग
मुंबई हिंस/दि.२२ – प्याज की निर्यात (Onion exports) पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद प्याज की दरें कम हो जायेंगी. ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही थी, लेकिन इसके बावजूद फूटकर बाजार में प्याज की दरों में तेजी देखी जा रही है. महाराष्ट्र सहित देश के दक्षिणी राज्यों में हुई अतिवृष्टि की वजह से महाराष्ट्र के पुराने प्याज की मांग बढ गयी है और पुराने प्याज की आवक अपर्याप्त पडने के चलते प्याज की दरों में तेजी देखी जा रही है. बता दें कि, महाराष्ट्र व कर्नाटक इन दो राज्यों में प्याज की बुआई बडे पैमाने पर की जाती है, लेकिन विगत एक माह से महाराष्ट्र व कर्नाटक सहित आंध्रप्रदेश में मूसलाधार बारिश शुरू है.
इसकी वजह से खेतों में रोपे गये प्याज की फसल (Onion crop) का नुकसान हुआ है. महाराष्ट्र में नये प्याज का सीझन नवंबर माह से शुरू होता है. जिसके आगे बढने की पूरी संभावना है. वहीं कर्नाटक में नये लाल प्याज का सीझन सितंबर माह से शुरू होता है. लेकिन वहां पर हुई बारिश की वजह से प्याज की नई फसल का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. ऐसे में महाराष्ट्र में स्टॉक करके रखे गये पुराने प्याज की इस समय समूचे देश में जबर्दस्त मांग देखी जा रही है और निर्यात बंदी के बावजूद भी प्याज की दरों में तेजीवाली स्थिति है.