महाराष्ट्र

सिर्फ आठ प्रतिशत कर्जदारों ने चुकाया कर्ज

कर्ज डूबाने का प्रमाण बढ़ने से साठे महामंडल संकट में

पुणे./दि.28- साहित्यरत्न लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे विकास महामंडल की तिजोरी खाली होने में भ्रष्टाचार के साथ ही कर्ज लेने वालों ने कर्ज न चुकाने की प्रवृत्ति भी कारण साबित हुई है. मातंग समाज के युवक-युवतियों को व्यवसायिक बनाने के लिए या व्यवसायिक प्रशिक्षण देने के लिए महामंडल से 1985 से अब तक विविध योजनांतर्गत करीबन 303 करोड़ 21 लाख रुपए की निधि का वितरण कर मदद की गई. मात्र इनमें से अब तक सिर्फ 18 करोड़ यानि करीबन आठ प्रतिशत युवक-युवतियों ने कर्ज चुकाया है. कर्ज वापस न देते डुबाने से ही महामंडल आर्थिक संकट में आने की बात स्पष्ट हुई है.
महामंडल की ओर से आर्थिक स्थिति की समीक्षा वाली रिपोर्ट तैयार किये जाने के साथ ही वह राज्य सरकार के सामने प्रस्तुत किया गया है. जिसमें महामंडल की ओर से अब तक कितने लोगों को कर्ज वितरित किया गया और इनमें से कितना कर्ज वसूल हुआ, इस बारे में जानकारी दी गई. जिसके अनुसार महामंडल ने 1985-86 से 2019-20 तक विविध योजनांतर्गत 47 हजार 382 लोगों को कर्ज दिया. वितरित किए गए 303 करोड़ 21 लाख रुपए कर्ज में से सिर्फ 18 करोड़ तीन लाख रपए वसुल होने की जानकारी रिपोर्ट द्वारा स्पष्ट की गई है.
* सीधे कर्ज योजना की वसुली शून्य प्रतिशत
महामंडल की ओर से अवधि कर्ज, अवधि कर्ज बीजभांडवल, 20 प्रतिशत बीजभांडवल, लघु ऋण वित्त योजना, महिला समृद्धि, सीधे कर्ज ऐसे स्वरुप के कर्ज दिए गए हैं. यह कर्ज चुकाने का प्रमाण करीबन 8.21 प्रतिशत है. जिसमें सीधे कर्ज के रुप में दिए गए कर्ज में से एक पैसा भी संबंधितों ने नहीं लौटाने का मामला उजागर हुआ है. सीधे कर्ज योजना में 25 हजार रुपए तक प्रकल्प मर्यादा वाले कर्ज प्रकरणोंं में बीजभांडवल योजना अंतर्गत कर्ज दिया जाता है. संबंधितों को दो प्रतिशत ब्याज दर से निधि वितरित की जाती है. अब तक एक हजार 449 लोगों को तीन करोड़ 82 लाख रुपए का सीधा कर्ज दिये जाने की जानकारी रिपोर्ट में दी गई है. महिलाओं को व्यवसाय का प्रशिक्षण एवं नया व्यवसाय शुरु करने के लिए महामंडल द्वारा महिला समृद्धि योजना चलाई जाती है. इस योजना अंतर्गत 90 करोड़ 50 लाख रुपए का कर्ज वितरित किया गया है. जिसमें से करीब एक करोड़ 64 लाख कर्ज चुकाया गया है. कर्ज लेने वालों ने न चुकाने के कारण राज्य में फिलहाल 79 करोड़ 30 लाख रुपए का कर्ज प्रस्ताव प्रलंबित है.

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