महाराष्ट्र

देश से फरार २७ आर्थिक अपराधियों में से सिर्फ दो की हुई स्वदेश वापसी

आरटीआई के जरिए सामने आई जानकारी, तत्कालीन वित्त मंत्री एसपी शुक्ला ने लोस में भगोडों की दी थी जानकारी

मुंबई/दि.२१ – पिछले पांच साल में आर्थिक अपराध के बाद २७ आरोपी देश से फरार हुए हैं. इनमें से सिर्फ दो को सरकार वापस लाने में कामयाब हुई है. सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में यह खुलासा हुआ है. मुंबई में रहने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट जीतेंद्र घाडगे को विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.
घाडगे ने कहा कि, पिछले साल ४ जनवरी को तत्कालीन वित्त राज्य मंत्री एसपी शु्नला ने लोकसभा में उन २७ लोगों के नामों की जानकारी दी थी जो साल २०१५ से आर्थिक अपराध कर भागे थे. जानकारी के मुताबिक देश से भागे आरोपियों के नाम पुष्पेश बैद, आशीष जोबनपुत्रा, विजय माल्या, सन्नी कालरा, संजय कालरा, एस.के. कालरा, आरती कालरा, वर्षा कालरा, जतिन मेहता, उमेश पारेख, कमलेश पारेख, नीलेश पारेख, एकलव्य गर्ग, विनय मित्तल, नीरव मोदी, नीशाल मोदी, मेहुल चोकसी, सब्या सेठ, राजीव गोयल, अल्का गोयल, ललित मोदी, नितिन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्तीबेन चेतन कुमार संदेसरा, रितेश जैन, हितेश पटेल, मयूरीबेन पटेल और प्रीति आशिष जोबनपुत्रा है. लेकिन सरकार की ओर से इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी कि इनमें से कितने आरोपी वापस देश में लाए जा चुके है.

विनय मित्तल और सन्नी को लाया जा सका वापस

घाडगे ने बताया कि, विदेश मंत्रालय ने उन्हें अपने जवाब में उन्हें जानकारी दी है कि, उपरोक्त आरोपियों में से केवल विनय मित्तल और सन्नी कारला को वापस लाया जा सका है. मित्तल पर सात बैंकों को ४० करोड रुपए का चूना लगाने का आरोप है. उसे साल २०१८ में इंडोनेशिया से प्रत्यार्पित किया गया था. जबकि पंजाब नेशनल बैंक को १० करोड रुपए का चूना लगाने वाले कारला को इसी साल मार्च महीने में सीबीआई वापस आई थी. घाडगे ने बताया कि, उन्होंने उन आरोपियों के बारे में भी जानकारी मांगी थी जिनके खिलाफ पिछले पांच साल में रेड कार्नर नोटिस जारी हुआ है और जिन्हें वापस लाया गया है लेकिन सीबीआई ने फिलहाल यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है. इसके खिलाफ उन्होंने प्रथम अपील की है. घाडगे ने कहा कि सफेदपोश अपराधियों के लिए भारत स्वर्ग बन गया है. यहां से हजारों करोड रुपए लूटकर आर्थिक अपराधी विदेश भाग जाते हैं और फिर उन्हें पकडे जाने और कानून के कटघरे में खडे होने का डर ही नहीं होता. सिर्फ छोटी मछलियों को पकडने से कुछ नहीं होगा. अगर सरकार नीरव मोदी और महुल चोकसी जैसे भगोडे अपराधियों के खिलाफ आगे बढकर कार्रवाई करें और उन्हें सजा दिलाए तभी जनता का पैसा लूटकर भागने वालों में खौफ होगा.

Related Articles

Back to top button