
मुंबई./दि.3 – अमरावती जिले की मुख्य फसल रहनेवाले संतरा फलों की गुणवत्ता व स्तर को सुधार कर निर्यात क्षमता को बढावा दिया जायेगा. इसके लिए सीट्रस प्रकल्प बनाया जायेगा. जिसका लाभ संतरा उत्पादन किसानों को होगा. इस आशय की जानकारी शिक्षा जलसंपदा मंत्री बच्चू कडू ने दी.
इस प्रकल्प को लेकर राज्यमंत्री ओम प्रकाश उर्फ बच्चू कडू ने मुंबई में बैठक लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की और प्रकल्प को गतिमान देने के निर्देश दिए.
अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र में 26 हजार हेक्टेयर जमीन पर संतरा बगीचे है. लेकिन अब तक गुणवत्ता सुधारने का कोई भी प्रावधान नहीं रहने से किसानों को अल्प मुआवजा मिल रहा था. सीट्रस प्रकल्प स्थापित होने के बाद चांदुर बाजार, अचलपुर, धारणी, दर्यापुर, वरूड, मोर्शी, चिखलदरा व अकोट के संतरा बगीचा धारको को लाभ होगा. यह प्रकल्प उच्च तकनीकी पर आधारित है. जिसमें रोपवाटिका स्थापित करने, मातृवृक्ष, शेडनेट, पॉली हाउस, उच्च तकनीकी पर आधारित सिंचाई सुविधा निर्माण करने विविध प्रशासकीय ईमारत निर्माण कार्य कार्यालय, मिट्टी, पानी व पत्तो की प्रयोग शाला, निवासी प्रशिक्षण भवन, निविष्ठा बिक्री केन्द्र, औजार व गोदाम संतरा फल प्रक्रिया व मूल्यवर्धन तकनीकी, औजार बैंक, संतरा फल फसल पर संशोधन, किसान प्रशिक्षण व तकनीकी प्रयोग आदि का प्रमुखता से समावेश रहेगा. इस प्रकल्प का जिले के संतरा उत्पादक किसानों को लाभ होगा.