महाराष्ट्र

सरपंच-उपसरपंच का मानधन दोगुना बढाने का अध्यादेश

लेकिन सभी के खाते खाली, मंत्रिमंडल के बैठक में हुआ था निर्णय

* राज्य के 27951 ग्रामपंचायत के सरपंच-उपसरपंच प्रतीक्षा में
भंडारा /दि.31– विधानसभा चुनाव के पूर्व शासन द्वारा 24 सितंबर को सरपंच और उपसरपंच का मानधन दोगुना बढाने का निर्णय लिया गया था. पश्चात नई सरकार सत्ता में आयी. फिर भी अब तक राज्य के 27951 ग्रामपंचायत के सरपंच-उपसरपंच को बढाकर दिया मानधन अब तक नहीं मिला है.
गांव कस्बे को चलाने वाली ग्रामपंचायत के सरपंच-उपसरपंच का मानधन दोगुना करने का निर्णय 24 सितंबर 2024 को मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया. पश्चात उसी दिन इस निर्णय का शासनादेश भी जारी किया गया था. दोगुना मानधन बढने से राज्य शासन पर 100 करोड रुपए का आर्थिक बोझ आने की जानकारी तत्कालिन ग्रामविकास मंत्री गिरीश महाजन ने दी थी. एक तरफ मानधन में बढोत्तरी हुई रही तो भी सरपंच-उपसरपंच के खाते खाली रहने की परिस्थिति राज्य के सभी गांव में है.

* 2 हजार आबादी वाले सरपंच को 6 हजार रुपए मानधन
– जिन ग्रामपंचायतों की आबादी 2 हजार तक है, उस सरपंच का मानधन 3 हजार रुपए से 6 हजार रुपए तथा उपसरपंच का मानधन 1 हजार से 2 हजार करने का निर्णय लिया गया है.
– जिस ग्रामपंचायत की आबादी 2 से 8 हजार तक है, वहां के सरपंच का मानधन 4 हजार से बढाकर 8 हजार रुपए तथा उपसरपंच का मानधन 1500 से बढाकर 3 हजार रुपए किया गया है.
– जिस ग्रामपंचायत की आबादी 8 हजार से अधिक है. वहां के सरपंच का मानधन 5 हजार से बढाकर 10 हजार रुपए तथा उपसरपंच का मानधन 2 हजार से बढाकर 4 हजार रुपए करने का निर्णय लिया गया है.

* मामला कहा अटका पता नहीं?
महाराष्ट्र सरपंच संगठन के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र कराले ने कहा कि, 24 सितंबर 2024 के सरपंच व उपसरपंच के दोगुने मानधन के शासन निर्णय के मुताबिक शासन द्वारा कुछ जिला परिषद के पास 16 दिसंबर 2024 को रकम बढाकर भेजी गई. लेकिन जिला परिषद में यह रकम सरपंच-उपसरपंच के खातों में जमा नहीं किये. बढाकर दिया गया मानधन कहा अटका यह अब तक समझमें नहीं आया.

* जानकारी इकठ्ठा करना शुरु रहने का संदेह
भंडारा जिले में 541 ग्रामपंचायत है. इन ग्रामपंचायतों के सरपंच-उपसरपंच को शासन निर्णय लागू हुआ, तब से बढा हुआ मानधन नहीं मिला है. सरपंच-उपसरपंच के मानधनबाबत भंडारा जिला परिषद के पंचायत विभाग के संबंधितों से चर्चा करने पर शासन की तरफ से नये आदेश के मुताबिक निधि प्राप्त न होने की जानकारी दी गई है. साथ ही सरपंच-उपसरपंच के मानधन बाबत जानकारी इकठ्ठा करना शुरु है. इस कारण मानधन देने में देरी हो रही है, ऐसा कहा गया है. गांव कस्बों को चलाने वाले सरपंच-उपसरपंच को शासन की तरफ से कभी समय पर नियमित मानधन नहीं दिया जाता.
– शरद इटवले,
अध्यक्ष, जिला सरपंच संगठना,
भंडारा.

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