महाराष्ट्र

जिस सवेर्र्क्षण पर शिंदे के सांसदों के टिकट कटे, उनमें से भाजपा के दो सांसद ही निर्वाचित हुए

टिकट कटने से शिंदे गुट में थी नाराजी

मुंबई/दि.5– लोकसभा चुनाव के बाद महागठबंधन में अब महाभारत छिडने की संभावना है. उम्मीदवारों की टिकट काटने को लेकर शुरू रही नाराजी अब एकदूसरे के वोट एकदूसरे को रूपांतरित न किए जाने के आरोप होनेवाले है जिसमें भाजपा पर मुसीबत आ गई है. भाजपा ने कथित सर्वेक्षण के नाम पर शिंदे गुट के सांसदों के टिकट काटे थे. लेकिन जिन सांसदों को भाजपा ने फिर से मैदान में उतारा था. उनमें से केवल दो सांसद ही दोबारा निर्वाचित हुए.

शिवसेना में बगावत होने के बाद 13 सांसद एकनाथ शिंदे के साथ गये थे. इसमें से कुछ सांसद निर्वाचित नहीं होगे, ऐसा सर्वेक्षण दिखाकर उनके टिकट काटे गये थे. इस कारण शिंदे गुट में नाराजी थी. लोकसभा का टिकट काटे जाने से विधायकों में भी असमंजस का वातावरण था. अपनी ही टिकट काटी जायेगी, ऐसा भय इन विधायकों को लग रहा था. अब सांसदों की टिकट काटनेवाली भाजपा को खुद के सांसद भी निर्वाचित करते नहीं आ सके. भाजपा की केवल रक्षा खडसे और नितिन गडकरी भी केवल चुनाव जीत पाए. 2019 में भाजपा के 23 सासंद थे. कल के चुनाव में भाजपा के 9 सांसद निर्वाचित हुए है. इनमें भी रत्नागिरी- सिंधुदुर्ग, सातारा और पालघर यह नई सीटे यानी भाजपा को 23 में से केवल 6 सीटे ही बचाते आ सकी. इसमें भी दो सांसद पुराने है.

भाजपा को जालना, धुले, भिवंडी, सांगली, बीड, अहमद नगर, भंडारा आदि गढ बचाने में सफलता नहीं मिली है. अब शिंदे गुट की नाराजी सामने आने की संभावना है. जिस भाजपा ने सर्वेक्षण के नाम पर अपने सांसदों के टिकट काटे उस भाजपा को अपने ही सांसद निर्वाचित करते नहीं आ सके, ऐसी चर्चा राजनीतिक क्षेत्र में होने लगी है. कांग्रेस और भाजपा के बीच 15 सीटों पर मुकाबला हुआ. इसमें उत्तर मध्य मुंबई, नंदुरबार, जालना, लातूर, नांदेड, अमरावती, भंडारा- गोंदिया, गडचिरोली- चिमूर, चंद्रपुर, धुले और सोलापुर ऐसे 11 सीटों पर कांग्रेस ने भाजपा को पराजित किया. वहीं उत्तर मुंंबई, अकोला, नागपुर और पुणे ऐसे चार सीटों पर भाजपा को जीत मिली. भाजपा को गढ जाने वाले विदर्भ में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया. यहां कांग्रेस ने जीती 5 में से 4 सीटों पर भाजपा को धूल चटाई. कांग्रेस के प्रदेेशाध्यक्ष नाना पटोले के जिले में डॉ. प्रशांत पडोले ने जीत हासिल की. शिवसेना दो फाड होने के बाद पहली बार हुए चुनाव में विदर्भ से शिंदे गुट के बुलढाणा के प्रत्याशी प्रतापराव जाधव चुनाव जीत गये. जबकि यवतमाल – वाशिम निर्वाचन क्षेत्र से राजश्री पाटिल को पराजय का सामना करना पडा.

Related Articles

Back to top button