मुंबई/दि.13 – केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में सांसद प्रीतम मुंडे की अनदेखी किये जाने का आरोप लगाते हुए राज्य की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे के समर्थकों द्वारा पार्टी से इस्तीफा देते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की जा रही है. जिसके तहत बीड व अहमदनगर जिले में कई पदाधिकारियों द्वारा अपने इस्तीफे दिये गये है. जिसके पश्चात पंकजा मुंडे ने इन सभी नाराज कार्यकर्ताओं से संवाद साधते हुए कहा कि, वे अथवा उनकी बहन प्रीतम मुंडे किसी भी तरह की पद लालसा के चलते राजनीति में नहीं आये है. ऐसे में उन्हें मंत्री बनाने हेतु इस तरह का कोई दबावतंत्र प्रयोग में नहीं लाया जाना चाहिए. इसके साथ ही पंकजा मुंडे ने अपने पास पहुंचे सभी इस्तीफों को खारिज कर दिया.
उल्लेखनीय है कि, मुंडे भगिनियों के समर्थकों द्वारा शुरू किये गये इस्तीफा सत्र के बाद पंकजा मुंडे क्या भुमिका लेती है, इसकी ओर भाजपा सहित सभी का ध्यान लगा हुआ था और पंकजा मुंडे ने भी दिल्ली से मुंबई वापिस आते ही मुलाकात करने हेतु आये समर्थकों के साथ संवाद साधा. जिसमें उन्होंने कहा कि, उनके पिता गोपीनाथ मुंडे ने उन्हें विधायक बनाने हेतु राजनीति में नहीं लाया है और उन्होंने भी अपनी बहन को मंत्री बनाने के लिए राजनीति में नहीं लाया है. बल्कि दोनों बहने अपने पिता से प्यार करनेवाले सभी लोगों को अपना परिवार मानती है. जिनकी सेवा के लिए वे राजनीति के क्षेत्र में है. उन्होंने यह भी कहा कि, जिस समय उनके पास कोई ताकत नहीं थी और पैरो तले से आधार भी खिसका हुआ था, तब उन्होंने मंत्री पद लेने से इन्कार कर दिया था, तो आज अपनी बहन को मंत्री बनाने हेतु वे इस्तीफों के दबावतंत्र का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं करेगी. अत: वे अपने सभी समर्थकोें के इस्तीफों को खारिज कर रही है.