विशेष ट्रेनों के यात्री किराए में नहीं मिलेगी सहूलियत
वरिष्ठों,कैंसर पीड़ितों,विकलांगों को सहना पड़ेगा आर्थिक झटका
मुंबई/दि.३१ – कोरोना के कारण नियमित रेलवे गाड़ियां बंद कर विशेष गाड़ियां चलायी जा रही है. लेकिन इन विशेष गाड़ियों के कारण ज्येष्ठ नागरिक, केंसर मरीज एवं विकलांगों को यात्रा किराये में मिलने वाली सहूलियत संपुष्ट में आयी है. इस कारण उन्हें बड़ा आर्थिक फटका बैठा है.
भारतीय रेलवे ने लॉकडाऊन से यानि 24 मार्च 2020 से यात्री रेलवे गाड़ियां बंद की. पश्चात धीरे-धीरे विशेष गाड़ियां, श्रमिक गाड़ियां और कोरोना विशेष ट्रेनें शुरु की. अब प्रत्येक मार्ग पर विशेष गाड़ियां शुरु हो गई है. नियमित गाड़ियों के समय और मार्ग पर विशेष गाड़ियां छोड़ी जाती है. मात्र विशेष गाड़ियां होने से किसी भी प्रकार की सहूलियत नहीं दी जा रही है. इसका सर्वाधिक फटका कैंसर के मरीजों को बैठ रहा है. विदर्भ के अलग-अलग जिलों सहित मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश के मरीज उपचार के लिये नागपुर आते हैं. नागपुर-अमरावती-जबलपुर ट्रेन में तो अधिकांश यात्री सफर करते हैं. उनकी आय अत्यंत कम होती है. कैंसर के मरीज को विशिष्ट कालावधि में किमोथेरपी देना आवश्यक होता है. इस कारण वे यात्रा नहीं टाल सकते. रेलवे में सहूलियत न मिलने के कारण इन मरीजों के हाल हो रहे हैं.
इस संदर्भ में रेल्वे के डीआर यूसीसी की बैठक में मुद्दा उपस्थित किया गया. कोविड-19 विशेष गाड़ियों का यात्री किराया नियमित रेलवे गाड़ियों से अधिक है. प्रत्येक यात्री के लिये विशेष गाड़ी का अतिरिक्त यात्री किराया देना असंभव है. इसके लिये रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर विनती की जाये. वहीं ज्येष्ठ नागरिक, कैंसर के मरीज, विकलांग और अन्य सहूलियतधारकों को रेलवे यात्रा में सहूलियत शुरु की जाये, ऐसी मांग इस समय की गई.
बावजूद इसके नागपुर मार्ग से दौड़ने वाली रेलवे गाड़ियों में साफ-सफाई का अभाव है. उन्हें उचित प्रकार से निजर्तुंकीकरण नहीं किया जाता. यात्रा और हमाल भी शारीरिक अंतर का नियम नहीं पालते. टीटीई, कंडक्टर और अन्य अधिकारी मास्क का इस्तेमाल नहीं करते. टिकट जांच भी ठीक से नहीं की जाती. इसमें सुधार करने की मांग मध्य रेल्वे डीआरयूसीसी के सदस्य राहुल शुक्ला ने की.
रेलवे ने कुछ गाड़ियों में सहूलियत दी है. गत तीन दिनों में 7 विकलांग और 6 कैंसर के मरीजों ने सहूलियत की दर में टिकट खरीदी है.
– एस.जी. राव, सहायक वाणिज्य व्यवस्थापक, रेल्वे