मुंबई/दि. 12 – कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले अपने बयान से पलट गए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर आरोप लगाया था कि वे दोनों इन पर नजर रख रहे हैं. जासूसी करवा रहे हैं. जब नाना पटोले के इस आरोप से महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली मच गई, तो इस पर नाना पटोले ने कहा है, ‘ मेरे कहने का का गलत मतलब निकाला गया है.काल्पनिक कहानी रच कर विपक्ष महाविकास आघाडी सरकार में फूट डालने की कोशिश कर रहा है. हम इसे सफल नहीं होने देंगे.’ यह कहते हुए नाना पटोले ने अपने बयान के लिए भाजपा की ओर इशारा कर दिया है.
नाना पटोले का विस्तृत बयान यह था, ‘कांग्रेस ने जैसे ही अपने दम पर खड़े होने की बात की तो शिवसेना और एनसीपी के पांव तले ज़मीन खिसक गई. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा मेरी निगरानी करवाई जा रही है. आईबी की रिपोर्ट रोज सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के पास जाती है. मीटिंग और आंदोलन कहां शुरू है, क्या परिस्थिति है, इन सब बातों का जायजा लिया जाता है. मैं यहां हूं, इस बात की पूरी रिपोर्ट गई होगी. रात 9 बजे मेरी सभा खत्म हुई, यह किसी को मालूम नहीं होगा, पर उनको मालूम है. क्योंकि उन लोगों के पास ऐसी व्यवस्था व सिस्टम है.’ ऐसा पटोले ने कहा था. लेकिन उनके इस बयान के बाद एनसीपी और शिवसेना में काफी रोष दिखाई दिया था. एनसीपी ने पटोले के आरोप को ठुकराते हुए कहा था कि पटोले को सिस्टम के बारे में कुछ पता नहीं है, पहवे वे सिस्टम के बारे में अच्छी तरह जान लें, तब प्रतिक्रियाएं दें.