महाराष्ट्र

पहले ही दिन 11,800 वाहनों पर लगा दंड

बिना फास्टटैग वाहनों से 9 लाख रुपए वसूल

मुंबई/दि.3– राज्य के सभी टोल नाकों पर फास्टटैग अनिवार्य किए जाने के बाद मंगलवार को पहले ही दिन राज्य रास्ते विकास महामंडल (एमएसआरडीसी) के महामार्गों पर करीब 11 हजार 800 वाहनों को दंड भरना पडा. जिसमें मुंबई-पुणे द्रुतगति महामार्ग पर सर्वाधिक बिना फास्टटैग वाहन पाए गए. बिना फास्टटैग वाले वाहनों से दोगुना टोल टैक्स वसूला गया. जिसके चलते एमएसआरडीसी को करीब 9 लाख रुपए का अतिरिक्त राजस्व मिला.
बता दें कि, राज्य में 1 अप्रैल से सभी टोल नाकों पर फास्टटैग को अनिवार्य कर दिया गया है और बिना फास्टटैग वाले वाहनों के लिए दोगुना टोल टैक्स तय किया गया है. इस नियम के अमल में आते ही पहले दिन 1 अप्रैल को राज्य रास्ते विकास महामंडल के अख्तियार वाले विभिन्न महामार्गों पर 11 हजार 800 वाहनों बिना फास्टटैग यात्रा की. जिनसे दोगुना कर वसूल किया गया. इसके तहत मुंबई-पुणे सुपर एक्सप्रेस-वे पर करीब 6 हजार वाहनों को दंड भरना पडा. इस महामार्ग से रोजाना करीब डेढ लाख वाहन गुजरते है. खास बात यह रही कि, दोगुना टैक्स अदा करनेवाले वाहनों में छोटे यात्री वाहनों की संख्या अधिक रही. इसी तरह समृद्धि महामार्ग पर बिना फास्टटैग वाले 1300 वाहनों से दोगुना टोल लिया गया. इस महामार्ग पर रोजाना अंदाजन 25 हजार वाहनों की आवाजाही होती है. मुंबई में भी बडी संख्या में वाहनों पर फास्टटैग नहीं रहने की बात सामने आई. बांद्रा-वरली सागरी सेतु से रोजाना करीब 70 हजार वाहन गुजरते है. जिसमें से 4500 हलके वाहन बिना फास्टटैग के पाए गए. इसके अलावा मुंबई के प्रवेशद्वार पर स्थित टोल नाकों पर बिना फास्टटैग यात्रा करनेवाले वाहनों की संख्या उपलब्ध नहीं हो पाई है. हालांकि, वहां से बिना फास्टटैग यात्रा करनेवाले वाहनों की संख्या काफी अधिक रहने की संभावना है.

फास्टटैग का स्टिकर लगाना जरुरी
फास्टटैग नहीं रहनेवाले वाहनों से अब दोगुना टोल के तौर पर दंड वसूली की जा रही है. जिसके चलते अपने वाहनों पर फास्टटैग स्टिकर लगानेवाले वाहन चालकों को अतिरिक्त टोल अदा करना होगा. ऐसे में सभी वाहन चालकों व मालिकों से अपने वाहनों पर तत्काल फास्टटैग स्टिकर लगाने व फास्टटैग के खाते में योग्य रकम रखने का आवाहन एमएसआरडीसी द्वारा किया गया है.

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