महाराष्ट्र

ब्लैक फंगस की बीमारी फैलने के डर से अपने आसपास के पेड़ काट रहे लोग

फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने दूर किया वहम

नासिक/दि. 8 –  कोरोना के बाद देश में ब्लैक फंगस अपने पैर पसार रहा है. ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्य इसे महामारी घोषित कर चुके हैं. इस बीच लोगों में इस बीमारी को लेकर एक नया डर बैठ गया है. कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां लोग ब्लैक फंगस के डर से पेड़ों को काट रहे हैं. लोगों का मनना है कि असपास पेड़ों की मौजूदगी से नमी बढ़ जाती है. जिस वजह से फंगस का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है. जिस वजह से वो अपना आस पास के पेड़ों को काट रहे हैं. ऐसे में लोगों के इस वहम को दूर करने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट सामने आया है. नासिक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के डिप्टी फॉरेस्ट कंजरवेटर पंकज गर्ग ने बताया कि इस बीमारी का पेड़ से कोई संबंध नहीं है.

  • ब्लैक फंगस बीमारी का पेड़ से कोई संबंध नहीं

डिप्टी फॉरेस्ट कंजरवेटर ने साफ किया कि ब्लैक फंगस बीमारी के बढ़ने का कारण शरीर की इम्युनिटी कम होना. पंकज गर्ग ने एक बयान में कहा कि ऐसा सुनने में आया है कि लोग ब्लैक फंगस के डर से पेड़ों को काट रहे हैं. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि इस बीमारी का पेड़ से कोई संबंध नहीं है. इसके बढ़ने का कारण है इम्युनिटी कम होना, बार-बार स्टीम लेना, एक ही मास्क का लंबे समय तक इस्तेमाल और स्टेरॉयड है.

 

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