मुंबई/दि.13– नई दिल्ली की सीमा पर गारंटी मूल्य कानून को लेकर आंदोलन शुरु है. ऐसे में केंद्र सरकार ने गारंटी मूल्य से गेहूं खरीदी का 300 लाख टन का टार्गेट कम कर दिया. सरकारी गेहूं की खरीदी मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा से की जा रही थी. केंद्र सरकार के इस निर्णय से आंदोलन में सक्रिय पंजाब, हरियाणा के किसानों को नुकसान की संभावना है.
भारतीय खाद्य महामंडल (एफसीआई) विविध कल्याणकारी योजनाओं के लिए सरकार के लिए हर साल गेहूं की खरीदी करता है. निजी बाजारों में गेहूं के दाम बढते है. वहीं एफसीआई द्वारा कम दामों में गेहूं की निजी बाजार में बिक्री कर दामों को नियंत्रित रखता है. इसकी वजह से एफसीआई को गेहूं को गोदाम में जमा करना आवश्यक हो जाता है. किंतु सरकार द्वारा धीरे-धीरे गारंटी मूल्य से गेहूं की खरीदी करना कम कर दिया गया है. कुल गेहूं की खरीदी में से 50 फीसदी खरीदी पंजाब और हरियाणा से किए जाने पर सरकार के इस निर्णय का बडा झटका किसानों को लगा है. केंद्र सरकार द्वारा इस साल 2425 रुपए प्रति क्विंटल गारंटी मूल्य की घोषणा की थी. गेहूं का सीजन शुरु होते ही प्रक्रिया द्वारा बहुराष्ट्र कंपनी, बडी मिलों ने गारंटी मूल्य की अपेक्षा ज्यादा दामों में गेहूं की खरीदी शुरु की. जिसकी वजह से एफसीआई को अपेक्षा नुसार गेहूं की खरीदी करते नहीं आई.
* इस साल खरीदी 300 लाख टन
वर्ष लक्ष्य (टन) खरीदी (टन)
2024-25 320 266
2023-24 341 262
2022-23 244 188
* गारंटी मूल्य से गेहूं खरीदी का लक्ष्य किया कम
केंद्र सरकार द्वारा गारंटी मूल्य से गेहूं खरीदने का लक्ष्य कम रखा गया है. इस संदर्भ में तत्काल केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान से संपर्क साधा गया. तब उन्होंने कहा कि, गेहूं की खरीदी गारंटी मूल्य से शुरु रहेगी. छोटे किसानों के लिए यह योजना प्रभावी तरीके से अपनाई जाएंगी. जिसमें गारंटी मूल्य से कम दाम की बिक्री करनेवाले किसानों को सीधे मदद दी जाएगी, ऐसा कृषि मंत्री चौहान ने कहा.
– चंद्रकांत गौर, महासचिव, भारतीय किसान संघ, मध्यप्रदेश.
* इस साल गेहूं के सर्वाधिक उत्पादन की संभावना
देश में रबी के सीजन में गेहूं की बुआई का क्षेत्र औसतन 312.35 लाख हेक्टर है. गत वर्ष 313 लाख हेक्टर में गेहूं की बुआई की गई थी. इस साल दिसंबर माह के अंत में 319.74 लाख हेक्टर में गेहूं की बुआई की गई है. यानी औसतन की अपेक्षा 7 लाख हेक्टर से बुआई का क्षेत्र बढा है. केंद्र सरकार के प्राथमिक अंदाज के अनुसार इस सीजन में गेहूं का उत्पादन बढेगा. जिसमें 1150 लाख टन गेहूं के उत्पादन का अंदाज है. इस साल अच्छी बारीश गेहूं के फसल के लिए पोषक है और ठंड भी अच्छी पड रही है. जिसकी वजह इस साल भरपूर उत्पन्न बढने की संभावना है.